
नई दिल्ली: गुरुग्राम से 22 वर्षीय शर्मिष्ठा पनौली की गिरफ्तारी ने देशभर में नई बहस को जन्म दे दिया है। पाकिस्तान के लिए कथित तौर पर खुफिया एजेंट के रूप में काम करने वालों की गिरफ्तारी के बीच शर्मिष्ठा का विवादित पोस्ट देना उन्हें भारी पड़ गया। पोस्ट के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, जिस पर कई लोगों ने नाराजगी जताई है और इसे “लोकतंत्र का गला घोंटना” करार दिया है।
इस पूरे मामले में अब बॉलीवुड अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत भी कूद पड़ी हैं। कंगना ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सीधा हमला बोलते हुए शर्मिष्ठा का समर्थन किया है।
कंगना रनौत का तीखा बयान
शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी पर कंगना ने सोशल मीडिया के जरिए कहा,
“कानून और व्यवस्था के नाम पर किसी को यूं परेशान करना सही नहीं है। जब कोई माफी मांगता है और अपनी पोस्ट डिलीट कर देता है, तब उसे जेल भेजना, प्रताड़ित करना, करियर खत्म करना और उसके चरित्र पर सवाल उठाना गलत है।”
ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा,
“बंगाल को बंगाल ही रहने दें, इसे उत्तर कोरिया न बनाएं। इससे कुछ हासिल नहीं होगा। सोशल मीडिया पर आज की युवा पीढ़ी अक्सर भावनात्मक भाषा का इस्तेमाल करती है, लेकिन उसे आपराधिक कहना हर बार सही नहीं है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सबका अधिकार है, लेकिन ममता सरकार उसका दमन कर रही है।”
शर्मिष्ठा को मिल रहा अंतरराष्ट्रीय समर्थन
शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी पर देश ही नहीं, विदेश से भी प्रतिक्रियाएं आई हैं। साउथ सुपरस्टार और जनसेना पार्टी प्रमुख पवन कल्याण, डच नेता गीर्ट वाइल्डर्स, और यहां तक कि बलूचिस्तान सेना ने भी शर्मिष्ठा के समर्थन में बयान दिए हैं।
वहीं दूसरी ओर, AIMIM नेता वारिस पठान ने आरोप लगाया है कि शर्मिष्ठा ने धार्मिक भावनाएं आहत करने की कोशिश की और समाज में नफरत फैलाने वाली भाषा का इस्तेमाल किया। सोशल मीडिया पर #ArrestSharmistha ट्रेंड कर रहा है, जिसमें कुछ लोग गिरफ्तारी को सही ठहरा रहे हैं, तो कई लोग इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला बता रहे हैं।
अब सवाल ये है कि क्या ये गिरफ्तारी कानून का पालन है या फिर एक विचार को दबाने की कोशिश?