जयपुर, राजस्थान:
राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग को लेकर छात्रों ने अनोखा और प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया। सोमवार को यूनिवर्सिटी परिसर में बैंड-बाजे और घोड़ी के साथ ‘लोकतंत्र की विदाई बारात’ निकाली गई, जिसमें छात्र मुख्यमंत्री और मंत्रियों के मुखौटे पहनकर शामिल हुए।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का मुखौटा लगाए एक छात्र नेता दूल्हे की भूमिका में घोड़ी पर सवार दिखा, जबकि अन्य छात्र ढोल-नगाड़ों पर मंत्रियों की तरह नाचते नजर आए। यह विरोध प्रदर्शन छात्रों की बढ़ती नाराजगी, हताशा और उपेक्षा का प्रतीक बना।छात्र नेता अभिषेक चौधरी ने कहा, “यह कोई आम विरोध नहीं है। यह लोकतंत्र के क्षरण और छात्र आवाजों की अनदेखी के खिलाफ हमारा तीखा और रचनात्मक जवाब है।”
प्रदर्शन का उद्देश्य विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव बहाल कराना है, जो कई वर्षों से बंद हैं। छात्रों का कहना है कि यह चुनाव उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हिस्सा हैं, जिसे बहाल करना जरूरी है।
हालांकि, यूनिवर्सिटी परिसर में अचानक बैंड-बाजा और घोड़ी के साथ बारात देख पुलिस भी चौंक गई। लेकिन जैसे ही उन्हें प्रदर्शन की जानकारी मिली, उन्होंने छात्रों को मुख्य गेट पर ही रोक दिया।