
17 जून को युद्ध के महानायक परमवीर चक्र मेजर शैतान सिंह भाटी के शताब्दी जयंती वर्ष में जोधपुर से चली
रेजांगला के अमर शहीदों की कावड़ लेकर
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुटी के द्वार पहुँच यात्रा का किया अभिवादन !
चंडीगढ़- हर की पौड़ी हरिद्वार से रेजांगला पराक्रम यात्रा रेजांगला युद्ध के अमर शहीदों की कावड़ देर शाम चंडीगढ़ पहुंची । हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को यात्रा का उद्देश्य बताने अमर शहीदों के चित्र लगी तिरंगे झंडों से सुसज्जित रथ मुख्यमंत्री आवास संत कबीर कुटी यात्री दल के साथ पहुंचा।
प्रोटोकोल से ऊपर उठकर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सड़क पर आकर बाबा भोले की मूर्ति लगी कावड़ का अभिवादन किया।
रेजांगला शौर्य समिति के मार्गदर्शन में शहीद सेवा दल फाउंडेशन की इस यात्रा का जहां उद्देश्य समिति महासचिव नरेश चौहान राष्ट्रपूत और फाउंडेशन निदेशक सावन सिंह रोहिल्ला ने विस्तारपूर्वक बताया वहीं यात्रा का नेतृत्व कर रहे 87 वर्षीय युद्ध के जीवित योद्धा कप्तान रामचंद्र यादव ने मुख्यमंत्री महोदय से रेजांगला युद्ध में हरियाणा के शूरवीरों में अति शूरवीर वीर अहीर जवानों के सर्वोच्च बलिदान को देखते हुए रेजांगला पराक्रम को शिक्षा पाठ्यक्रमों में शामिल किए जाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने यात्री दल का उत्साह वर्धन करते हुए उनके आग्रह पर सकारात्मक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। भारतीय सेना में हरियाणा के जवानों की अग्रणी भागीदारी का हवाला देते हुए उन्होंने शहीद परिवार जनों के कल्याण हेतु सरकार की कटिबद्धता को दोहराया। यात्रा की सफलता की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने यात्रा को पठानकोट के अगले गंतव्य के लिए रवाना किया।
उल्लेखनीय है कि 17 जून को युद्ध के महानायक परमवीर चक्र मेजर शैतान सिंह भाटी के शताब्दी जयंती वर्ष में जोधपुर से चली यह यात्रा राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व पंजाब के सभी रेजांगला शहीद परिवारों को सम्मानित करते हुए 23 जुलाई को महाशिवरात्रि के दिन अहीर धाम चूशूल घाटी लेह लद्दाख पहुंचेगी । पवित्र गंगाजल से पहली बार उन शहीदों का सामूहिक तर्पण कर इस कावड़ को चढ़ाया जाएगा।