
संदिग्ध रोगियों की तुरंत पहचान और उपचार सुनिश्चित करने पर जोर दिया जा रहा है।
हरियाणा स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक डॉ. ब्रह्मदीप सिंधु ने गुरुग्राम में वेक्टर जनित रोगों और गैर संचारी रोगों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
– डॉ. ब्रह्मदीप सिंधु ने निगम अधिकारियों को नियमित रूप से फॉगिंग, लार्वा नाशक दवाओं का छिड़काव सहित विभिन्न विभागीय अधिकारियों को आवश्यक उपाय करने के दिए निर्देश
गुरुग्राम, 12 अगस्त।
हरियाणा स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक डॉ. ब्रह्मदीप सिंधु की अध्यक्षता में सिविल सर्जन कार्यालय, गुरुग्राम में वेक्टर जनित रोगों और गैर संचारी रोगों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों की वर्तमान स्थिति, रोकथाम और नियंत्रण के उपायों पर गहन चर्चा हुई।
संदिग्ध रोगियों की तुरंत पहचान और उपचार सुनिश्चित करने पर जोर दिया जा रहा है।
बैठक में जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि
इस वर्ष अब तक जिले में डेंगू के 45 मामले दर्ज किए गए हैं। मरीजों के बेहतर इलाज और त्वरित देखभाल के लिए जिला नागरिक अस्पताल में 20 बिस्तरों वाला विशेष डेंगू वार्ड स्थापित किया गया है। इसके साथ ही, डेंगू जांच की संख्या बढ़ाने, संदिग्ध रोगियों की तुरंत पहचान और उपचार सुनिश्चित करने पर जोर दिया जा रहा है।
बैठक के दौरान डॉ. सिंधु ने नगर निगम गुरुग्राम के अधिकारियों को नियमित रूप से फॉगिंग, लार्वा नाशक दवाओं का छिड़काव और रक्त स्लाइड तैयार करने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि रोकथाम के उपायों में किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। रोडवेज विभाग को ब्लैक आयल उपलब्ध कराने तथा बस अड्डों और वर्कशॉप में पड़े खराब टायरों की नियमित सफाई करने के निर्देश दिए गए, ताकि मच्छरों के प्रजनन स्थलों को खत्म किया जा सके।
जीआईएस मैपिंग करने के भी निर्देश दिए गए
डॉ. सिंधु ने बैठक में पंचायती राज विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों में फॉगिंग सुनिश्चित करने, शिक्षा विभाग को विद्यालयों में रैली, शिक्षा वार्ता और प्रार्थना सभाओं के माध्यम से बच्चों और अभिभावकों को जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को हॉटस्पॉट क्षेत्रों में अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती, नियमित रिपोर्टिंग और डेंगू-रोधी गतिविधियों को तेज करने के निर्देश दिए। इसके अलावा,उन्होंने जीएमडीए को हॉटस्पॉट क्षेत्रों का नियमित अपडेट और जीआईएस मैपिंग करने के भी निर्देश दिए गए, ताकि रोग नियंत्रण की रणनीति को अधिक प्रभावी बनाया जा सके। बैठक में उप सिविल सर्जन डॉ. जे.पी. राजलीवाल ने जिले में वेक्टर जनित रोगों की विस्तृत स्थिति पर प्रस्तुति दी और अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी साझा की।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. अलका सिंह, पीएमओ डॉ. लोकवीर, सभी डिप्टी सिविल सर्जन, जीएमडीए, डीडीपीओ, रोडवेज, शिक्षा विभाग और नगर निगम गुरुग्राम के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।