
क्या नेपाल जैसा हाल और और देश में दोहराया जा रहा है? क्या आम जनता और सरकार के बीच दरार इतनी गहरी हो सकती है कि सड़कें आग में जल जाएं? और आखिरकार
भीड़ ने सड़कों पर बैरिकेड हटा दिए
जिसमे एक पारदर्शकारी ने लिखा है
काठमांडू नेपाल 10सितंबर। क्या नेपाल जैसा हाल और और देश में दोहराया जा रहा है? क्या आम जनता और सरकार के बीच दरार इतनी गहरी हो सकती है कि सड़कें आग में जल जाएं? और आखिरकार—क्यों लोग सरकार और राष्ट्रपति के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं? ये कहानी है फ्रांस की—जहाँ “ब्लॉक एवरीथिंग” आंदोलन ने पूरे देश में हलचल मचा दी है।
दीवारों पर सन्देश है जिसमे एक पारदर्शकारी ने लिखा है .. मैक्रो और तुम्हारी दुनिया… दफा हो जाओ। पुलिस ने भारी तैनाती की, लेकिन भीड़ ने सड़कों पर बैरिकेड हटा दिए ।कई शहरों में आगजनी हुई वाहन जलाए गए।
अब सवाल—क्या यह सिर्फ सरकार की नीतियों के खिलाफ नाराज़गी है, या देश में आर्थिक और राजनीतिक असमानता की भी झलक है?
क्योकि जब गुस्सा और उम्मीदें एक साथ सड़कों पर उतरती है , तो नतीजा केवल प्रदर्शन नहीं इतिहास बन जाता है। पहले ही कुछ घंटों में लगभग 200 प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारियां हुई । 80,000 पुलिसकर्मीयो की तैनाती की गई ।प्रशासन ने आंसू गैस के गोले छोड़े, प्रदर्शनकारी पेरिस और अन्य शहरों में जाम करने लगे।
क्या यह आंदोलन सिर्फ़ प्रदर्शन का है, या सरकार पर दबाव बनाने का
जब भीड़ और कानून आमने-सामने आए, तो नतीजा हमेशा उथल-पुथल और तनाव होता है।,,,,रेन शहर में एक बस को आग के हवाले किया गया।,,,,दक्षिण-पश्चिम में पावर लाइन को नुकसान पहुंचाया गया ।,,,,,,ट्रेनें बाधित हुई , यातायात ठप।
अब सवाल है —क्या यह आंदोलन सिर्फ़ प्रदर्शन का है, या सरकार पर दबाव बनाने का रणनीतिक तरीका बन गया है?
क्योकि सड़कों की आग केवल लकड़ी और धुएँ की नहीं, बल्कि जनता के रोष और उम्मीदों की भी है। प्रधानमंत्री फ्रांस्वा बेयरू को विश्वास मत हारने के बाद हटाया गया।उनकी जगह सेबास्टियन लेकोर्नू बने।सोशल मीडिया पर आह्वान के बाद हजारों प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए।क्योकि यह प्रदर्शन सिर्फ सत्ता विरोध नहीं, बल्कि महंगाई, बेरोजगारी और आम जनता की रोजमर्रा की मुश्किलों का रोष है। और जब सरकार की नीतियाँ आम लोगों की उम्मीदों से दूर हों, तो लोग आवाज़ उठाने को मजबूर होते हैं। यही वजह है कि फ्रांस की सड़कें आज न केवल नाराज़गी की, बल्कि आर्थिक और सामाजिक असमानताओं की भी गवाही दे रही हैं।
सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदर्शन को हवा दी गई ,युवा वर्ग और छात्र सभी सक्रिय हो गए। ऑनलाइन हेशटैग #BlockEverything वायरल हो रहा है
देश में महगाई है ,रोजमर्रा की चिझे आम लोगो से दूर है सरकारी नीतिया केवल बड़े उद्योगपतियों के पक्ष में है ,छोटे व्यापारी और मजदुर लगातार संघर्ष कर रहे है।
इसलिए आज हर वर्ग सड़को पर उतर चूका है प्रदर्शन कर रहा है मेट्रो , सड़क ,सब कुछ प्रदर्शनकारियो ने अपने अंदर ले लिया है ,तो वही पुलिस प्रदर्शनकारियो को रोकने के लिए वाटर कैनन आशु गैस का प्रयोग कर रही है। अब सवाल है की क्या फ़्रांस भी नेपाल के रास्तो पर बढ़ने लगा है ,,,क्या अब फ़्रांस की जनता भी नेपाल की सत्ता परिवर्तन करना चाहती है लेकिन हालात देखकर तो यही लगता है की फ़्रांस की जनता भी सरकार के सिस्टम से परेशान है इसलिए ो लोग खुलकर प्रदर्शन कर रहे है।