
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
चंद्रमा-: वृष राशि में रात्रि 8/04 तक उसके बाद मिथुन राशि में
बृंहितं तेज:पु़ञ्जं च वायुमाकाशमेव च । प्रभुं च सर्वलोकानां तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥
अर्थात – जो बढ़े हुए तेज के पुंज हैं और वायु तथा आकाश स्वरूप हैं, उन समस्त लोकों के अधिपति सूर्य को मैं प्रणाम करता हूँ।
जय जय श्री राधे
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थिति II
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
सब सुखी व स्वस्थ रहें
विक्रम संवत 2082
संवत्सर नाम -: सिद्धार्थी
संवत्सर राजा-: सूर्य
संवत्सर मंत्री-: सूर्य
सूर्य दक्षिणायण, ऋतु-: शरद
सूर्य उदय : प्रातः 6/08
सूर्य अस्त : सायं 6/25
आश्विन मास कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 14/9/2025
दिन-: रविवार
चंद्रमा-: वृष राशि में रात्रि 8/04 तक उसके बाद मिथुन राशि में
राशि स्वामी-: शुक्र/बुद्ध
आज का नक्षत्र -: रोहिणी प्रात: 8/41 तक उसके बाद मृगशिरा
नक्षत्र स्वामी – : चंद्र/मंगल
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश-:
प्रात: 8/41 से मृगशिरा नक्षत्र चरण 1 में
दोपहर 2/24 से मृगशिरा नक्षत्र चरण 2 में
रात्रि 8/24 से मृगशिरा नक्षत्र चरण 3 में
रात्रि 1/49 से मृगशिरा नक्षत्र चरण 4 में
योग-: प्रात: 7/36 तक वज्र योग यह एक अशुभ है इसमें दुर्घटना और हानि का योग बनता है
प्रात: 7/37 से सिद्धि योग-: यह एक शुभ योग है
आज के मुख्य पर्व/भद्रा/पंचक/गन्डमूल आदि
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– : अष्टमी का श्राद्ध, महालक्ष्मी व्रत संपन्न, जीवित्पुत्रिका व्रत
आज की शुभ दिशा -: पूर्व, उत्तर, दक्षिण-पूर्व
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♻️ दिशा शूल -: पश्चिम दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर दलिया और घी खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
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सूर्य -: सिंह राशि (राशि स्वामी सूर्य) उत्तरा फाल्गुनी चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी सूर्य)
मंगल -: तुला राशि (राशि स्वामी शुक्र) चरण 3 में
बुद्ध -: सिंह राशि (राशि स्वामी सूर्य) उत्तरा फाल्गुनी चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी सूर्य)
गुरु -: मिथुन राशि (राशि स्वामी बुद्ध) पुनर्वसु नक्षत्र चरण 2 में ( नक्षत्र स्वामी गुरु)
शुक्र -: कर्क राशि (राशि स्वामी चंद्र) आश्लेषा नक्षत्र चरण 4 में ( नक्षत्र स्वामी बुद्ध) रात्रि 12/16 से सिंह राशि (राशि स्वामी शुक्र)मघा नक्षत्र चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी केतु)
शनि(वक्री) -: मीन राशि (राशि स्वामी गुरु)उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में(नक्षत्र स्वामी शनि)
राहु-: कुंभ (राशि राशि स्वामी शनि)पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
केतु-: सिंह राशि( राशि स्वामी सूर्य) पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शुक्र)
राहु काल -: सायं 4/30 से 6/00 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
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प्रात-: 6/22 तक सिंह
8/38 तक कन्या
दोपहर 10/56 तक तुला
1/15 तक वृश्चिक
3/19 तक धनु
5/02 तक मकर
सायं 6/30 तक कुम्भ
सायं 7/54 तक मीन
रात्रि 9/30 तक मेष
11/25 तक वृष