
इस सम्मेलन का विषय "धर्मों का संवाद: भविष्य के लिए सद्भाव" है । आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर जी ने इस अवसर पर आचार्यजी को बधाई देते हुए कहा कि आचार्य लोकेशजी विश्व शांति और सद्भाव के प्रतीक हैं। गुरुग्राम में नवनिर्मित विश्व शांति केंद्र विश्व शांति, अंतरधार्मिक सद्भाव, मानवीय मूल्यों की स्थापना कर जन कल्याण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है |
लोकेश कज़ाकिस्तान में विश्व धार्मिक सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे
श्री श्री रविशंकरजी ने विश्व कांग्रेस में जैन आचार्य लोकेशजी के संबोधन हेतु शुभकामनाएँ दी
युद्ध के समय शांति निर्माण के लिए मंच प्रदान करेगा यह सम्मेलन – आचार्य लोकेश जी
नई दिल्ली 15 सितंबर 2025 : विश्व शांति दूत आचार्य लोकेशजी ने प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर जी से मुलाकात की और उन्हें अस्ताना कजाकिस्तान में आयोजित ‘विश्व और पारंपरिक धर्मों के नेताओं की कांग्रेस’ में आगामी संबोधन के बारे में जानकारी दी। आचार्यश्री 15 से 18 सितंबर तक कजाकिस्तान के अस्ताना में होने वाले आगामी विश्व धार्मिक सम्मेलन में भारत और जैन समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
जैन आचार्य लोकेशजी ने कहा कि ऐसे समय में जब वैश्विक संघर्ष – जैसे रूस और यूक्रेन तथा इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध – लगातार बढ़ रहे हैं, कांग्रेस का उद्देश्य शांति स्थापना और अंतर-धार्मिक संवाद के लिए एक मंच प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट तोकायेव के नेतृत्व में आयोजित इस वैश्विक सम्मेलन में 60 देशों के 100 से अधिक धार्मिक नेता और जनप्रतिनिधि एक साथ आएंगे। इस सम्मेलन का विषय “धर्मों का संवाद: भविष्य के लिए सद्भाव” है ।
आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर जी ने इस अवसर पर आचार्यजी को बधाई देते हुए कहा कि आचार्य लोकेशजी विश्व शांति और सद्भाव के प्रतीक हैं। गुरुग्राम में नवनिर्मित विश्व शांति केंद्र विश्व शांति, अंतरधार्मिक सद्भाव, मानवीय मूल्यों की स्थापना कर जन कल्याण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है |
आचार्य लोकेश संघर्षरत क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ इस्लाम, ईसाई, यहूदी, हिंदू, बौद्ध, ताओ और पारसी धर्म के वरिष्ठ धार्मिक नेताओं के साथ युद्ध विराम वार्ता और शांति विचार-विमर्श में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।
कांग्रेस में भाग लेने वाले प्रमुख वैश्विक नेताओं में मॉस्को के पैट्रिआर्क किरिल, अल-अजहर के ग्रैंड इमाम शेख अहमद अल-तैयब, इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) में राजनीतिक मामलों के सहायक महासचिव यूसुफ अल-डोबे और विश्व बौद्ध फेलोशिप के अध्यक्ष फलोप थाइरी शामिल हैं