
19 September 2025 / राजस्थान के जोधपुर में हाल ही में एक ऐसी शादी हुई जिसने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया क्योंकि इसमें दूल्हा 72 साल का था और दुल्हन सिर्फ 27 वर्ष की, यह अनोखा विवाह यूक्रेन से आए जोड़े स्टानिस्लाव और अनहेलीना ने हिंदू वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार रचाया, दोनों करीब चार साल से लिव-इन में रह रहे थे और लंबे समय से एक-दूसरे के साथ जीवन बिताने का फैसला कर चुके थे, भारत आने के बाद उन्होंने जयपुर, उदयपुर और जोधपुर जैसे शहरों की सैर की और जब उन्होंने राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और यहां के ऐतिहासिक माहौल को महसूस किया तो तय किया कि अपनी शादी यहीं करेंगे, विवाह के दिन दूल्हा राजस्थानी अचकन और साफा पहनकर घोड़ी पर सवार होकर बारात लेकर आया, मंडप में पारंपरिक तौर पर तोरण मारने की रस्म हुई, वरमाला के बाद मंत्रोच्चार और अग्नि के साक्षी में सात फेरे पूरे किए गए, विवाह की प्रमुख रस्मों में दूल्हे ने दुल्हन की मांग में सिंदूर भरा और मंगलसूत्र पहनाया, दुल्हन भारतीय परिधान में सज-धज कर पहुंचीं और पूरे उत्साह से वैदिक संस्कारों के अनुसार शादी की हर रस्म निभाई, इस शादी की सबसे बड़ी चर्चा का विषय रहा दूल्हे और दुल्हन की उम्र का बड़ा अंतर, लेकिन दोनों ने स्पष्ट कर दिया कि रिश्ते की मजबूती उम्र की गिनती पर नहीं बल्कि आपसी विश्वास और प्रेम पर टिकती है,
शादी समारोह में स्थानीय लोग और आमंत्रित मेहमान काफी उत्साहित नजर आए और सभी ने इस विदेशी जोड़े को नए जीवन की शुभकामनाएँ दीं, इस विवाह ने एक संदेश भी दिया कि संस्कृतियों का मेल और परंपराओं का सम्मान जीवन को और भी खूबसूरत बना देता है, खासतौर पर जब विदेशी नागरिक भारतीय परंपराओं को अपनाते हैं और पूरे श्रद्धा के साथ हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार शादी करते हैं तो यह हमारे देश की संस्कृति की वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाता है, जोधपुर की हवेलियों, मंदिरों और राजस्थानी रंग-रूप ने इस शादी को और भी खास बना दिया, यह आयोजन केवल दो व्यक्तियों के विवाह तक सीमित नहीं रहा बल्कि यह भी दिखा गया कि प्यार की कोई उम्र नहीं होती और जब सच्ची निष्ठा होती है तो समाज के मानदंड भी बदल जाते हैं, इस तरह 72 वर्षीय दूल्हे और 27 वर्षीय दुल्हन की यह शादी भारतीय परंपरा, प्रेम और साहस का अद्वितीय उदाहरण बनकर इतिहास में दर्ज हो गई।