
20september 2025/गुजरात के भावनगर में शनिवार (20 सितंबर, 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा कई मायनों में खास रहा। यहां उन्होंने न सिर्फ अरबों रुपये की विकास परियोजनाओं की नींव रखी बल्कि जनता से सीधे जुड़ाव के दौरान दो ऐसे भावुक क्षण भी सामने आए, जिन्होंने सबका दिल जीत लिया और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।रोड शो के दौरान जब प्रधानमंत्री का काफिला शहर की सड़कों पर निकल रहा था, लोग जगह-जगह फूल बरसाकर और नारे लगाकर उनका स्वागत कर रहे थे। भीड़ के बीच खड़ा एक छोटा बच्चा अचानक सम्मान में खड़ा हो गया और हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री को प्रणाम किया। इस मासूमियत भरे पल ने सबका ध्यान खींचा। प्रधानमंत्री मोदी ने गाड़ी रुकवाकर बच्चे की ओर देखा और उसे सलामी दी। यह दृश्य देखकर वहां मौजूद लोग भावुक हो गए और जोरदार तालियों से गूंज उठा माहौल। कुछ ही देर में इस पल की तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर छा गए।
इसी कार्यक्रम में जसमिका बंसल नाम की युवती ने प्रधानमंत्री को एक अनोखा उपहार दिया। उसने अपनी मां ऋचा मनीष बंसल के साथ मिलकर एक फोटो कोलाज तैयार किया था, जिसमें मोदी जी और उनकी दिवंगत मां के जीवन के अनगिनत पल संजोए गए थे। बचपन से लेकर हाल के वर्षों तक की तस्वीरों ने मां-बेटे के गहरे रिश्ते को जीवंत कर दिया। यह उपहार देखकर प्रधानमंत्री कुछ क्षणों के लिए भावुक हो गए। जसमिका ने कहा कि उन्होंने यह प्रेरणा मोदी और उनकी मां के रिश्ते से ली है। उनकी मां ने भी इस उपहार को स्वीकार करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया।भावनगर की इस ऐतिहासिक सभा में प्रधानमंत्री ने “समुद्र से समृद्धि” कार्यक्रम के तहत कई विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं की कुल लागत 34,200 करोड़ रुपये से अधिक है। इनमें समुद्री क्षेत्र और उससे जुड़ी आधारभूत संरचना पर विशेष ध्यान दिया गया है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा—“आज यह कार्यक्रम केवल भावनगर या गुजरात तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश की प्रगति का प्रतीक है। हम समुद्र से समृद्धि की दिशा तय कर रहे हैं और भावनगर इस अभियान का केंद्र बन रहा है। यह पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। यह दौरा प्रधानमंत्री के लिए सिर्फ विकास योजनाओं का हिस्सा नहीं था, बल्कि जनता के साथ भावनात्मक जुड़ाव का भी उदाहरण बन गया। बच्चे का सम्मानपूर्ण अभिवादन और युवती का भावुक तोहफा—दोनों ही पलों ने यह दिखा दिया कि राजनीति से परे भी जनता और नेता का रिश्ता दिलों को जोड़ने वाला होता है।