
भारत का ग्रोथ इंजन है हरियाणा : मुख्यमंत्री नायब सैनी
चंडीगढ़, 20 सितंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत संकल्प से ही भारत विकसित राष्ट्र बन सकता है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा संकल्प है जो हमें आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रहा है। यही भारत की असली ताकत है और इसी ताकत को पहचानते हुए पीएम मोदी ने स्वदेशी का नारा दिया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी शनिवार को पंचकूला स्थित भाजपा कार्यालय पंचकमल में आत्मनिर्भर भारत संकल्प कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली की अध्यक्षता में हुई इस कार्यशाला को राष्ट्रीय सचिव अल्का गुर्जर, प्रदेश प्रभारी डा. सतीश पूनिया, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के अलावा संगठन मंत्री फणीन्द्रनाथ शर्मा ने भी संबोधित किया। कार्यशाला में प्रदेश महामंत्री एवं मंत्री कृष्ण बेदी, प्रदेश महामंत्री डा. अर्चना गुप्ता, प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया सहित सांसद, विधायक, मंत्री, जिलों के अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी तथा आत्म निर्भर भारत संकल्प की टीम मौजूद रही।
कार्यशाला में बोलते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि 25 सितंबर से लेकर 25 दिसंबर तक आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान चलेगा। इस अभियान की चर्चा हर गली और घर-घर तक पहुंचनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की यह कार्यशाला न केवल हमें एक साथ जोड़ती है, बल्कि हमें पीएम मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने की प्रेरणा देती है।
नायब सैनी ने कहा कि हमारे सामने विकसित भारत 2047 का विजन है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने गुलामी की बेड़िया तोड़ी, अब हमारी बारी है कि हम आर्थिक गुलामी की जंजीरों को काटकर एक आत्मनिर्भर, सशक्त समृद्ध भारत की नींव रखे। श्री सैनी ने कहा कि यह एक ऐसा विजन है जहां हर नागरिक सशक्त हो, जहां हर युवा को रोजगार मिले और हमारी अर्थव्यवस्था विश्व के सामने अपने कदम मजबूती से आगे बढ़ा सके। उन्होंने कहा कि हमें हर नागरिक में यह विश्वास पैदा करना है कि हम खुद से आगे बढ़ सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्म निर्भर ‘‘सुराज’’का भी आधार है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने जिस स्वराज का सपना देखा था, उसे सुराज में बदलने के लिए हम पिछले 11 सालों से लगातार कोशश कर रहे हैं। इस ‘‘सुराज’’ का मार्ग पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने दिखाया था और वे आजीवन इसके लिए काम करते रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि स्वदेशी ही आत्मनिर्भरता का मूल आधार है।
सीएम ने कहा कि मेक इन इंडिया, लोकल फॉर वोकल, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और स्किल इंडिया जैसी पहल देश को नई उंचाईयों पर लेकर जा रही है। नायब सैनी ने कहा कि क्षेत्र चाहे कोई भी हो हम सब एकजुट होकर देश के विकास के लिए काम करते हैं तभी हमारा राष्ट्र वास्तव में विकसित बनता है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने आगे बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि आज मुझे यह बताते हुए बड़े ही गर्व और गौरव की अनुभूति हो रही है कि आज भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। आने वाले दशकों में विश्व विश्व की अर्थव्यवस्था में भारी परिवर्तन होने के संकेत हैं। विश्व अर्थव्यवस्था में भारत का हिस्सा वर्तमान 5 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2040 तक 20.8 प्रतिशत हो जाने का अनुमान है।
नायब सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भरता के इकोनॉमी, इंफ्रास्ट्रक्चर, सिस्टम, डेमोग्राफी और डिमांड ये पांच स्तंभ बताए हैं। इन पांच स्तंभों के माध्यम से देश नई बुलंदियों को छुएगा। उन्होंने कहा कि जब हम आत्मनिर्भर भारत की बात करते हैं, तो हरियाणा का नाम गर्व से लिया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी हरियाणा को भारत का ग्रोथ इंजन कहा है।
श्री सैनी ने कहा कि प्रदेश में ’आत्मनिर्भर हरियाणा-आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के अन्तर्गत ’हरियाणा आत्मनिर्भर पोर्टल’ आरम्भ किया गया है। कोई भी व्यक्ति या व्यवसायी अपना नया काम-धन्धा शुरू करने के लिए इस पोर्टल के माध्यम से योजनाओं का लाभ उठा सकता है।
उन्होंने कहा कि एमएसएमई हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। ये उद्यम हमारे सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने की धमनियां हैं। ये उद्योग करोड़ों लोगों को रोजगार देते हैं, नवाचार को बढ़ावा देते हैं। ’विकसित भारत-विकसित हरियाणा’ के लक्ष्य को पूरा करने की यात्रा में एमएसएमई उद्यमी सबसे महत्वपूर्ण यात्री हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हरियाणा अवसरों, संभावनाओं और समृद्धि की धरा के रूप में जाना जाता है। हरियाणा प्रदेश जनसंख्या व क्षेत्रफल की दृष्टि से छोटा राज्य है। लेकिन यह देश के सर्वाधिक विकसित राज्यों में से एक है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जी.डी.पी. में हरियाणा का 3.6 प्रतिशत का योगदान है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एमएसएमई विकास के लिए हरियाणा को राष्ट्रीय एमएसएमई पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदेश में पदमा कार्यक्रम को लागू किया है। यह ’वोकल फॉर ग्लोबल’ और ’आत्मनिर्भर भारत’ के सिद्धांतों पर आधारित है। इसका उद्देश्य हरियाणा के प्रत्येक ब्लॉक में क्लस्टर स्तर पर एक आत्मनिर्भर औद्योगिक बुनियादी ढांचा तैयार करना है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हरियाणा में व्यापार करने में आसानी के लिए 48 विभागों के 1100 से अधिक गैर जरूरी नियमों को समाप्त किया है।
नायब सैनी ने कहा कि आज हरियाणा देश-विदेश के निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। गत 11 वर्षों में प्रदेश में 7 लाख 66 हजार सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग लगे हैं तथा इनमें 39 लाख लोगों को रोजगार मिला है। हमने ’हरियाणा राज्य स्टार्टअप नीति-2022’ लागू की है। इससे प्रदेश में नई स्टार्टअप संस्कृति विकसित हुई है। हमने राज्य को देश का नंबर वन स्टार्टअप हब बनाने का संकल्प लिया है। प्रदेश में 19 यूनिकॉर्न कंपनियां हैं। इनके अलावा, 250 से अधिक फॉर्च्यून-500 कंपनियां भी यहां हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब आत्मनिर्भरता की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमारा लक्ष्य रोजगार मांगने वाला नहीं, रोजगार देने वाला युवा बल तैयार करना है। उन्होंने कहा कि ’आत्मनिर्भर भारत’ कोई एक दिन की बात नहीं, यह एक यात्रा है। इसमें सरकार, समाज, उद्योग, किसान, महिला, युवा सभी को मिलकर चलना है। मुख्यमंत्री ने सभी कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हुए कहा कि आत्मनिर्भरता और स्वदेशी का संदेश लेकर हर गांव, हर कस्बे, हर गली तक पहुंचे।