
दिल्ली-जयपुर हाईवे, 22 सितम्बर 2025
यदुवंशी समाज के लोगों ने हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘120 बहादुर’ के विरोध में गुरुवार को दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय हाईवे पर जमकर प्रदर्शन किया। समाज के लोगों का आरोप है कि फिल्म में उनकी जाति और गौरव का अपमान किया गया है। इसी को लेकर उन्होंने हाईवे पर लंबा जाम लगाया, जिससे सड़क पर यात्रा करने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
विरोध के कारण
यदुवंशी समाज के नेताओं का कहना है कि फिल्म ‘120 बहादुर’ में उनकी समुदाय के लोगों के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले दृश्य और संवाद शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि फिल्म की कहानी और पात्रों का चित्रण समाज की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान के खिलाफ है। समाज ने कई बार निर्माता और फिल्म निर्देशकों से इस पर आपत्ति जताई, लेकिन उनकी शिकायतों को अनदेखा किया गया। यही वजह है कि समाज ने सड़कों पर उतरकर अपनी नाराजगी जाहिर करने का फैसला किया।
प्रदर्शन की शुरुआत
गुरुवार दोपहर लगभग 12 बजे यदुवंशी समाज के सैकड़ों लोग दिल्ली-जयपुर हाईवे पर जमा हुए और आवाजाही रोक दी। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर खड़े थे, जिन पर लिखा था – “हमारे गौरव का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा”। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई। दिल्ली और जयपुर की ओर जाने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। कई वाहन चालक घंटों फंसे रहे और उन्हें वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करना पड़ा।
पंचायत का आयोजन
प्रदर्शन के दौरान यदुवंशी समाज के नेताओं ने हाईवे के किनारे पंचायत बुलाई। इस पंचायत में समाज के बुजुर्ग, युवा और महिलाएं भी शामिल हुए। पंचायत में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि यदि फिल्म के निर्माता और निर्देशक तुरंत माफी नहीं मांगते हैं या विवादित दृश्य नहीं हटाते हैं, तो समाज और बड़े पैमाने पर सड़कों पर विरोध जारी रखेगा।
पंचायत में मुख्य रूप से समाज के वरिष्ठ नेता रामसिंह यादव, बलदेव चौहान और सुरेश जाटव ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि उनकी पीढ़ियों ने अपनी बहादुरी और योगदान से समाज का गौरव स्थापित किया है, और इस गौरव को किसी भी माध्यम से ठेस पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले में स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने तुरंत हाईवे पर पहुँचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करने की अपील की और हाईवे पर यातायात को बहाल करने के लिए वैकल्पिक मार्ग सुझाए। इसके अलावा पुलिस ने कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण होना चाहिए और किसी भी प्रकार की हिंसा या तोड़फोड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिकारियों के अनुसार, हाईवे जाम के कारण दिल्ली-जयपुर मार्ग पर हजारों वाहन प्रभावित हुए। प्रशासन ने कहा कि यदि स्थिति बिगड़ती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी, लेकिन फिलहाल उन्होंने प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की।
सामाजिक और राजनीतिक समर्थन
यदुवंशी समाज के प्रदर्शन को कई स्थानीय और राज्य स्तर के नेताओं का समर्थन प्राप्त हुआ। कुछ नेताओं ने कहा कि फिल्म में उनकी जाति और गौरव का अपमान बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। समाज ने इस मुद्दे को मीडिया के सामने लाने और इसे न्यायालय तक ले जाने की चेतावनी भी दी।
फिल्म निर्माताओं का रुख
फिल्म ‘120 बहादुर’ के निर्माता और निर्देशक ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि सोशल मीडिया और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने बताया कि फिल्म का उद्देश्य किसी भी समाज का अपमान करना नहीं था, और यदि किसी को परेशानी हुई है तो वे इसके समाधान के लिए तैयार हैं।
हाईवे जाम और यातायात की स्थिति
हाईवे पर जाम के कारण यात्रियों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई लोग अपने गंतव्य तक पहुँचने में दो से तीन घंटे देरी का शिकार हुए। बस और ट्रक ड्राइवरों ने भी इस जाम की वजह से अपने समय और माल की डिलीवरी में देरी होने की शिकायत की।
स्थानीय प्रशासन ने घोषणा की कि हाईवे पर ट्रैफिक बहाल करने के लिए कई वैकल्पिक मार्ग खोले गए हैं। पुलिस ने ड्राइवरों को सलाह दी कि वे जरूरी होने पर ही हाईवे का प्रयोग करें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।
समाज का अगला कदम
यदुवंशी समाज ने चेतावनी दी है कि यदि निर्माता और निर्देशक जल्द ही विवादित दृश्य हटाने या माफी नहीं मांगते हैं, तो वे और बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा समाज ने अपने वकीलों को निर्देश दिया है कि फिल्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
समाज के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ एक जाति या समाज का विरोध नहीं है, बल्कि देश में सभी समुदायों के सम्मान की रक्षा का मामला है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में कोई भी फिल्म या मीडिया प्रोडक्शन उनके गौरव और इतिहास का अपमान नहीं कर सकता।
निष्कर्ष
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर यदुवंशी समाज का विरोध और जाम एक गंभीर घटना के रूप में सामने आया है। इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि फिल्म और मीडिया प्रोडक्शन में किसी भी समुदाय या जाति का अपमान गंभीर प्रतिक्रिया का कारण बन सकता है। प्रशासन और पुलिस ने स्थिति को काबू में करने की पूरी कोशिश की, लेकिन यह मुद्दा अभी भी संवेदनशील बना हुआ है।
अगले कुछ दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि फिल्म के निर्माता और समाज के बीच विवाद का समाधान कैसे होता है। फिलहाल यदुवंशी समाज ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने गौरव और सम्मान की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।