
जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते॥" अर्थात -: विजय देने वाली, सर्व-मंगलकारी, अंधकार को दूर करने वाली, भद्र (शुभ) प्रदान करने वाली, कपाल (खोपड़ी) धारण करने वाली, दुर्गा, क्षमा
आश्विन मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि
जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते॥”
अर्थात -: विजय देने वाली, सर्व-मंगलकारी, अंधकार को दूर करने वाली, भद्र (शुभ) प्रदान करने वाली, कपाल (खोपड़ी) धारण करने वाली, दुर्गा, क्षमा, कल्याणकारी, शिवा, धात्री (पालनकर्ता), स्वाहा (देवताओं का अन्न खाने की प्रक्रिया) और स्वधा (पितरों का भोग) स्वरूपिणी माँ भद्रकाली को मेरा नमस्कार है।
जय जय श्री राधे
जय माता की
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थिति II
श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण
सब सुखी व स्वस्थ रहें
विक्रम संवत 2082
संवत्सर नाम -: सिद्धार्थी
संवत्सर राजा-: सूर्य
संवत्सर मंत्री-: सूर्य
सूर्य दक्षिणायण, ऋतु-: शरद
सूर्य उदय : प्रातः 6/17
सूर्य अस्त : सायं 6/05
आश्विन मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 29/9/2025
दिन-: सोमवार
चंद्रमा-: धनु राशि में
राशि स्वामी-: गुरु
आज का नक्षत्र -: मूल
नक्षत्र स्वामी – : केतु
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश-:
प्रात: 10/31 से मूल नक्षत्र चरण 2 में
सायं 5/06 से मूल नक्षत्र चरण 3 में
रात्रि 11/42 से मूल नक्षत्र चरण 4 में
योग-: सौभाग्य -: यह एक शुभ योग है इसमें शुभ कार्य कर सकते हैं
आज के मुख्य पर्व/भद्रा/पंचक/गन्डमूल आदि
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– : माँ कालरात्रि की उपासना, भद्रकाली अवतार, सरस्वती आव्हान, गन्डमूल कल सूर्योदय पूर्व 5/18 तक
आज की शुभ दिशा -: दक्षिण,पश्चिम, उत्तर- पश्चिम
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♻️ दिशा शूल -: पूर्व दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर दर्पण देखकर और दूध पीकर खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
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सूर्य -: कन्या राशि (राशि स्वामी बुद्ध) हस्त नक्षत्र चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी चंद्र)
मंगल -: तुला राशि (राशि स्वामी शुक्र) स्वाति नक्षत्र चरण 2 में ( नक्षत्र स्वामी राहु)
बुद्ध -: कन्या राशि (राशि स्वामी बुद्ध) चित्रा नक्षत्र चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी मंगल)
गुरु -: मिथुन राशि (राशि स्वामी बुद्ध) पुनर्वसु नक्षत्र चरण 3 में ( नक्षत्र स्वामी गुरु)
शुक्र -: सिंह राशि (राशि स्वामी सूर्य) पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी शुक्र)
शनि(वक्री) -: मीन राशि (राशि स्वामी गुरु)उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में(नक्षत्र स्वामी शनि)
राहु-: कुंभ (राशि राशि स्वामी शनि)पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
केतु-: सिंह राशि( राशि स्वामी सूर्य) पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी शुक्र)
राहु काल -: प्रात:7/30 से 9/00 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
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प्रात-: 5/22 तक सिंह
7/38 तक कन्या
दोपहर 9/56 तक तुला
12/15 तक वृश्चिक
2/19 तक धनु
सायं 4/02 तक मकर
5/30 तक कुम्भ
6/54 तक मीन
रात्रि 8/30 तक मेष
10/25 तक वृष
12/39 तक मिथुन