
डॉ. सुरूचि चौधरी की यह उपलब्धि समाज में महिलाओं की भूमिका को नई दिशा देने वाली है। उनके आत्मबल, समाजसेवा और फैशन के प्रति समर्पण ने उन्हें इस मंच का सिरमौर बनाया। यह ताज केवल उनके सिर पर नहीं, बल्कि उन सभी महिलाओं के हौसले पर है जो आगे बढ़ना चाहती हैं।
डॉ. सुरूचि चौधरी के सिर सजा ‘मिसेज इंडिया यूनिक 2025’ का ताज
महिला सशक्तिकरण’ रखी गई थी
आगरा, 6 अक्टूबर 2025:
डेस्टिनेशन वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित मिस एंड मिसेज इंडिया यूनिक 2025 फैशन शो में डॉ. सुरूचि चौधरी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए “मिसेज इंडिया यूनिक” का खिताब अपने नाम किया। यह भव्य आयोजन एक प्रतिष्ठित होटल में संपन्न हुआ, जिसका उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत संस्था की अध्यक्षा अर्चना फौजदार द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। आयोजन की थीम ‘महिला सशक्तिकरण’ रखी गई थी और यह शो तीन राउंड में संपन्न हुआ — पहला राउंड केजुअल वियर, दूसरा इंडो-वेस्टर्न, और तीसरा राउंड पारंपरिक लहंगे में प्रस्तुत किया गया। हर राउंड में प्रतिभागियों ने आत्मविश्वास, गरिमा और रचनात्मकता का परिचय दिया।
जूरी पैनल में फैशन और मॉडलिंग इंडस्ट्री की नामचीन हस्तियां इबरा खान, बबीता वर्मा और नीलम सिंह शामिल रहीं। शो की कोरियोग्राफी मशहूर कोरियोग्राफर इकरार मलिक द्वारा की गई, जिन्होंने प्रतिभागियों के आत्मविश्वास और मंच प्रस्तुति को नई ऊंचाइयां दीं।
इस प्रतियोगिता में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों से कुल 47 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
इस आयोजन के मंच पर पारंपरिक संगीत की धुनों के साथ सभी प्रतिभागी महिलाएं एक साथ प्रस्तुत हुईं, जिसने पूरे कार्यक्रम को एक सांस्कृतिक रंग दे दिया। इसी मंच पर पालम विहार, गुरुग्राम की निवासी डॉ. सुरूचि चौधरी को “मिसेज इंडिया यूनिक 2025” का ताज पहनाया गया।
समाजसेवा और महिला सशक्तिकरण में सक्रिय योगदान
डॉ. सुरूचि चौधरी न केवल एक सफल मॉडल और प्रतियोगिता की विजेता हैं, बल्कि पिछले 15 वर्षों से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के कार्य में संलग्न हैं। उनके द्वारा संचालित ‘सुरूचि स्टूडियोज़’ के माध्यम से अब तक अनेक महिलाओं को हुनर और रोजगार से जोड़ा गया है। यह उनकी प्रतिबद्धता और सेवा भावना का परिचायक है।
परिवार को दिया सफलता का श्रेय
डॉ. सुरूचि चौधरी ने पुरस्कार प्राप्त करते हुए अपने हर्ष और भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा:
“इस सफलता का श्रेय मैं अपने पति सतीश चौधरी और अपने ससुर रमेश चौधरी (सेवानिवृत्त, हरियाणा परिवहन विभाग) को देती हूं, जिन्होंने मुझे इस मंच तक पहुँचने की प्रेरणा और समर्थन दिया।”
संस्था की पहल और उद्देश्य
संस्था की अध्यक्षा अर्चना फौजदार ने बताया कि यह कार्यक्रम हर वर्ष उन महिलाओं के लिए आयोजित किया जाता है जो आत्मनिर्भर बनने की राह पर हैं। उन्होंने कहा:
“मंच के माध्यम से हम फ्रेशर और होनहार महिलाओं को आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता और समाज में पहचान बनाने का अवसर देते हैं। यह सिर्फ एक सौंदर्य प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक आंदोलन है।”
डॉ. सुरूचि चौधरी की यह उपलब्धि समाज में महिलाओं की भूमिका को नई दिशा देने वाली है। उनके आत्मबल, समाजसेवा और फैशन के प्रति समर्पण ने उन्हें इस मंच का सिरमौर बनाया। यह ताज केवल उनके सिर पर नहीं, बल्कि उन सभी महिलाओं के हौसले पर है जो आगे बढ़ना चाहती हैं।