
मौजूदा चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी और डीजीपी शत्रुजीत कपूर सहित 14 अधिकारियों के ख़िलाफ़ हुआ मुकदमा
10 अक्टूबर 2025 चंडीगढ़/ आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में एक नया मोड़ आया है आईपीएस की पत्नी ने सेक्टर 11 पुलिस को नया आवेदन दिया है जिसमे उन्होंने मांग की है की सुसाइड नॉट में दर्ज सभी अधिकारियो को एफआईआर के सस्पेक्ट कॉलम में शामिल किया जाए। जानकारी के मुताबिक परिवार ने अभी तक पोस्टमार्टम की अनुमति नहीं दी है जिसके कारण आईपीएस वाई पूरन कुमार का शव मोर्चरी में रखा है।
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आईपीएस वाई पूरन कुमार की पत्नी ने यह कदम उस वक्त उठाया जब चार दिन बीत जाने के बाद भी परिवार ने पोस्टमार्टम के लिए सहमति जताई नहीं है। परिवार का कहना है की जब तक न्याय के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता तब तक वो लोग अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। गौरतलब हो की आईपीएस पूरन कुमार ने आत्महत्या से पहले 9 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था ,जहा उन्होंने हरियाणा पुलिस के डीजीपी 12 वरिष्ठ आईपीएस और आईएस अधिकारियो पर जातिगत भेदभाव मानसिक उत्पीड़न और प्रसासनिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए थे ,इस स्यूसाइड नोट के आधार पर सेक्टर 11 थाने में एएफआइआर दर्ज की गई थी लेकिन परिवार का आरोप है की इसमें आरोपियों के नाम सिर्फ नामजद के रूप में जोड़ा गया है संदिग्ध के रूप में नहीं।
आपको बता दे की अमनीत पी कुमार ने अपने ताजा आवेदन में लिखा है की यह मामला सिर्फ आत्महत्या नहीं बल्कि लगातार मानसिक शोषण का परिणाम है इसलिए इसकी जांच के लिए सभी निमित अफसरों को संदिग्ध की सूची में रखा जाए। उन्होंने ये भी कहा है की जल्द कार्यवाही नहीं की गई तो परिवार क़ानूनी कदम उठाने को मजबूर होगा। इसी बिच चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा सरकार पर कार्यवाही को लेकर दवाब बढ़ता जा रहा है मुख्यमंत्री नयाब सिंह सैनी परिवार से मिल चुके है लेकिन परिवार पहले न्याय फिर अंतिम बिदाई की मांग पर अड़ा है।