
Rajsthan15 October 2025 / जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर मंगलवार दोपहर हुए भीषण बस हादसे ने पूरे राजस्थान को झकझोर दिया। इस दर्दनाक घटना में एसी स्लीपर बस आग की चपेट में आ गई, जिससे 20 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए। हादसा इतना भयावह था कि अधिकांश शव बस की बॉडी से चिपक गए, कुछ पूरी तरह जलकर कोयले की तरह हो गए। रात होते-होते 19 शवों को जैसलमेर से जोधपुर लाया गया, जिनमें एक पोटली में सिर्फ जली हुई हड्डियाँ मिलीं।प्रशासन ने मृतकों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए डीएनए सैंपलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मृतकों के परिजनों के सैंपल जोधपुर और जैसलमेर दोनों जगह लिए जा रहे हैं। जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल और जैसलमेर के जवाहर अस्पताल में विशेष कक्ष बनाए गए हैं, जहाँ परिजनों से डीएनए नमूने गोपनीय तरीके से लिए जा रहे हैं ताकि पहचान प्रक्रिया में किसी प्रकार की देरी न हो।हादसे के कारणों को लेकर कई संभावनाएँ सामने आई हैं।
मख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हादसे की जानकारी मिलते ही जयपुर से सीधे जैसलमेर पहुंचे। उन्होंने मौके पर राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया तथा बाद में जोधपुर जाकर घायलों से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का भरोसा दिया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X (पूर्व ट्विटर) पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि जैसलमेर हादसे से मन अत्यंत व्यथित है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवारों को दो लाख रुपए और घायलों को पचास हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।स्थानीय प्रशासन ने बताया कि शवों की सुरक्षा और पहचान सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है। लोगों की भीड़ अस्पतालों और राहत केंद्रों के बाहर जुटी हुई है। हर कोई बस यही सवाल पूछ रहा है कि आखिर इतनी सुरक्षित कही जाने वाली एसी स्लीपर बस मेंअचानक इतनी भीषण आग कैसे लग गई।प्राथमिक जांच में शॉर्ट सर्किट, एसी कम्प्रेशर का फटना और बस की डिग्गी में पटाखे रखे होने की आशंका जताई गई है। फिलहाल प्रशासन ने फॉरेंसिक टीमों के साथ मिलकर विस्तृत जांच शुरू कर दी है। आग लगते ही बस के अंदर अफरा-तफरी मच गई थी और कई यात्री बाहर निकलने का रास्ता ही नहीं ढूंढ पाए। मरने वालों में एक पत्रकार और एक ही परिवार के पाँच सदस्य शामिल बताए जा रहे हैं।