16 अक्टूबर 2025
स्थान: गुरुग्राम, हरियाणा, भारत
गुरुग्राम में दीपावली से पहले वायु गुणवत्ता में खतरनाक गिरावट आई है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 267 तक पहुंच गया है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। इसका मतलब है कि बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए जोखिम अधिक है।
प्रदूषण बढ़ने की मुख्य वजहें हैं—
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पटाखों का धुआं: दीपावली के दौरान पटाखों के जलने से प्रदूषण में वृद्धि होती है।
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ठंडी हवाओं के कारण प्रदूषक तत्वों का जमाव: रात और सुबह के समय ठंडी हवाओं के कारण प्रदूषक तत्व हवा में स्थिर रहते हैं, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ता है।
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निर्माण कार्यों से उड़ती धूल: सड़कों पर चल रहे निर्माण कार्यों से धूल उड़ती है, जो प्रदूषण में योगदान करती है।
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वाहनों से निकलने वाला धुआं: बढ़ते वाहनों की संख्या और ट्रैफिक जाम से निकलने वाला धुआं भी प्रदूषण का कारण है।

मौसम विभाग के अनुसार, ठंडी हवाओं के कारण प्रदूषक तत्व हवा में स्थिर रहते हैं, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो यह स्थिति स्वास्थ्य के लिए गंभीर हो सकती है।
प्रदूषण के कारण:
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धीमी हवाएँ: प्रदूषक तत्वों का जमाव
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निर्माण कार्य: उड़ती धूल
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वाहन उत्सर्जन: वृद्धि
स्थानीय प्रशासन ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। निर्माण स्थलों को ढंकने और पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, खुले में कचरा जलाने पर रोक और वाहनों से निकलने वाले धुएं को नियंत्रित करने के उपाय किए जा रहे हैं।
नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे मास्क का उपयोग करें, घरों की खिड़कियाँ बंद रखें और यदि संभव हो तो घर से बाहर न निकलें। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए नजदीकी अस्पतालों से संपर्क करें।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI):
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वर्तमान AQI: 267 (बहुत खराब श्रेणी)
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पिछले 24 घंटे में वृद्धि: 16%
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प्रभावित क्षेत्र: विकास सदन, सेक्टर 51 (AQI 319 से अधिक)
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अन्य क्षेत्र: ग्वाल पहाड़ी (AQI 171, मध्यम श्रेणी)
यह स्थिति दीपावली के त्योहार के दौरान और भी गंभीर हो सकती है, इसलिए सभी से अपील है कि वे प्रदूषण कम करने के उपायों का पालन करें और सुरक्षित रहें।
