गुरुग्राम: 24 नवम्बर 2025
विकास अरोड़ा IPS, पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम के कुशल मार्गदर्शन में गुरुग्राम पुलिस द्वारा साईबर अपराधियों पर नियमित रूप से प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में गुरुग्राम पुलिस द्वारा विभिन्न राज्यों में फैले संगठित साईबर ठगी गिरोह के 20 आरोपियों/साईबर ठगों को गिरफ्तार/अरेस्ट करने का महत्वपूर्ण खुलासा किया है। I4C (Indian Cyber Crime Coordination Centre) से उपरोक्त आरोपियों से बरामद किए गए उपकरणों का अवलोकन कराने पर, इन आरोपियों के खिलाफ पूरे भारत में 20,218 से अधिक शिकायतें, 415 दर्ज FIR, तथा लगभग ₹142 करोड़ 86 लाख की ऑनलाईन ठगी सामने आई है।
▪️इस महत्वपूर्ण कार्यवाही का नेतृत्व प्रियांशु दिवान HPS, सहायक पुलिस आयुक्त, साईबर अपराध, गुरुग्राम द्वारा किया गया और पुलिस थाना साईबर अपराध पूर्व व मानेसर की लगातार प्रयासों के बाद इस बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया गया है।
▪️ठगी करने के तरीके: गुरुग्राम पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी मुख्यतः Digital Arrest Fraud, Investment & Trading Fraud, Instagram Fake Profile & Social Media Related Fraud इत्यादि प्रकार की साईबर ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे।
▪️आरोपियों से बरामदी व खुलाशा: आरोपियों के कब्जा से पुलिस टीमों द्वारा कुल ₹2,58,000 नगद, 04 मोबाईल फोन व 1 सिम कार्ड बरामद किए गए, जिनका I4C द्वारा विश्लेषण/जांच करने पर पता चला कि इनके खिलाफ पूरे देश में कुल 20,218 शिकायतें, 415 अभियोग अंकित है, जिनमें से हरियाणा में 30 अभियोग और इनमें से गुरुग्राम में 06 अभियोग गुरुग्राम (5 साईबर थाना पूर्व व 1 साईबर थाना मानेसर) में अंकित है। आरोपियों द्वारा इन मामलों में कुल 1,42,86,46,746 रुपयों की ठगी की गई थी।
▪️गुरुग्राम पुलिस की अपील: गुरुग्राम पुलिस आम नागरिकों से अपील करती है कि—किसी भी अनजान व्यक्ति की कॉल, व्हाट्सऐप, या सोशल मीडिया मैसेज पर विश्वास न करें। स्वयं को CBI, Police, NCB बताकर “Digital Arrest” करने वाले ठगों से सावधान रहें। निवेश या ट्रेडिंग के नाम पर भेजे गए लिंक व एप्स से दूर रहें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत शिकायत National Cyber Helpline 1930 पर दर्ज कराएं। “साईबर अपराधों के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस निरंतर व्यापक व तकनीकी जांच कर रही है। साईबर ठगी में लिप्त हर आरोपी को चिन्हित करके उनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। नागरिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
