- वर्ष से विधायक के पास लगा रहे हैं चक्कर नहीं हो रहा समाधान।
- जींद 26 जून, अनुसूचित समाज से जुड़ी तीन प्रमुख जातियों चमार, धानक व वाल्मीकि समाज के लोगों ने सोमवार को अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शहर के रानी तालाब पर स्थित डॉ. बी आर अंबेडकर की प्रतिमा तले एक दिवसीय धरना दिया और उसके बाद अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए यह लोग लघु सचिवालय पहुंचे। जहां जिला उपायुक्त डा. मनोज कुमार को मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि रोहतक रोड सीआरएसयू मोड़ पर सरकार द्वारा स्वीकृत संत कबीर चौक व भिवानी रोड बाईपास पर गुरू रविदास चौक का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाए। गोहाना रोड पर पुराने बस अड्डे के पास महर्षि बाल्मीकि के नाम से चौक बनाया जाए, पटियाला चौक पर महान सम्राट अशोक की प्रतिमा तो स्थापित कर दी गई, लेकिन उसका अभी तक नामकरण नहीं हुआ है, यह नामकरण की प्रकिया भी जल्द पूरी की जाए। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई कि यदि दस जुलाई तक ये सभी मांगे पूरी नहीं हुई तो समस्त अनुसूचित जातियों के लोग शहर में रानी तालाब पर डा.बीआर अंबेडकर की प्रतिमा तले बेमियादी धरना शुरू कर देेंगे।
- इससे पहले धरना प्रदर्शन की शुरूआत समाज के लोगों ने डा.बीआर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्र्यापण कर नमन किया गया। इस धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता करते हुए रोशनलाल दुग्गल ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा एक तरफ तो भाजपा वाले यह मानते हैं कि धानक समाज के 95 प्रतिशत लोग उनके साथ हैं, लेकिन जब कामों की बात आती है तो फिर उनके काम शुन्य प्रतिशत भी नहीं किये गये। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे कांग्रेस की रही हो , चाहे भाजपा-जजपा की रही हो, सभी ने अनुसूचित जाति समाज को बांटने का काम किया है। लेकिन समाज के लोग अब इन राजनीतिक पार्टियों के इस विघटनकारी षंडय़ंत्र को अ’छी तरह से समझ गए हैं।
- उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार संत शिरोमणी गुरू रविदास, संत कबीर दास एवं महर्षि बाल्मीकि की जयंतियां सरकारी स्तर पर मनाकर अनुसूचित जाति के लोगों को बरगलाने का काम कर रही है। जबकि सरकार इन महापुरूषों के नाम पर घोषित चौक-चौराहों का निर्माण करने में आना कानी कर रही है।