फतेहाबाद में अलर्ट घोषित किया गया है. राजस्थान की ओर पानी निकाला जा रहा है।
सिरसा- 12 .हिमाचल, पंजाब और हरियाणा में पिछले तीन-चार दिन से हो रही भारी बारिश के कारण तीनों राज्यों से गुजरने वाली घग्गर नदी उफान पर है। घग्गर नदी हरियाणा के सिरसा जिले में ओटू हेड से होते हुए राजस्थान में प्रवेश करती है। सिरसा जिला प्रशासन ने नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए मंगलवार को ओटू हेड से सारा पानी राजस्थान की ओर निकाल दिया। ओटू हेड के सारे गेट खोल दिए गए। घग्गर नदी का जलस्तर दोपहर 12 बजे बढ़कर 60373 क्यूसेक तक पहुंच गया। बीते 12 घंटे में ही ओटू हेड पर घग्गर में 12 हजार क्यूसेक पानी बढ़ गया।
मंगलवार दोपहर 12 बजे तक घग्गर नदी के अंदर गुहला चीका में 60373, खनौरी में 12900 और चांदपुरा हैड पर 7474 क्यूसेक पानी था। जलस्तर में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के बाद सिरसा प्रशासन ने एहतियात के तौर पर ओटू हेड के सारे गेट खोल दिए और पूरा पानी राजस्थान की ओर निकाल दिया गया। ऐसा इसलिए ताकि नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण बांधों को कोई नुकसान न हो।
घग्गर नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर हरियाणा सरकार ने अलर्ट जारी किया है। घग्गर नदी हरियाणा के पंचकूला, अंबाला, कैथल, फतेहाबाद और सिरसा जिले से होते हुए राजस्थान में प्रवेश करती है। रास्ते में कहीं-कहीं यह नदी पंजाब के पटियाला, संगरूर और मानसा जिलों की हद से भी होकर गुजरती है। सिरसा का ओटू हेड हरियाणा में इस इस नदी का आखिरी पॉइंट है। सिरसा जिला प्रशासन ने ओटू हेड पर अलर्ट घोषित करते हुए सारे गेट खुलवा दिए हैं।
घग्गर नदी में बढ़ता जलस्तर
रात में 48 हजार क्यूसेक पानी
घग्गर नदी में सोमवार रात तक 48710 क्यूसेक पानी बह रहा था। यह पानी कैथल के गुहला चीका में दर्ज किया गया। पंजाब के खनौरी हेड पर उस समय 7300 क्यूसेक और चांदपुरा हेड पर 2550 क्यूसेक पानी था। सिरसा के ओटू हेड पर भी सोमवार शाम तक मात्र 1700 क्यूसेक पानी था जो पंजाब के सरदलूगढ़ एरिया में हुई बारिश का है।
20 हजार क्यूसेक पानी की क्षमता
सोमवार रात तक ओटू हेड से राजस्थान की ओर घग्गर नदी में 4500 क्यूसेक पानी बह रहा था। ओटू हेड की क्षमता 20 हजार क्यूसेक पानी रोकने की है। रात तक 2 गेट ही खोले गए थे। राजस्थान में घग्गर का पानी हनुमानगढ़ जिले से होते हुए श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ तक जाता है। वहां से कुछ बरस पहले तक यह पानी पाकिस्तान चला जाता था लेकिन अब इसे राजस्थान में ही रोक लिया जाता है। राजस्थान के सूरतगढ़ में मिलिट्री फार्म के अंदर घग्गर नदी का पानी स्टोर कर उसे साफ करके पीने योग्य बनाया जाता है।
सिरसा में ओटू हेड पर बढ़ते जलस्तर के कारण लाइट्स और पुलिस तैनात कर दी गई है।
ओटू हेड पर पानी रोकने की क्षमता
हरियाणा में घग्गर नदी के पानी को केवल सिरसा के ओटू हेड पर ही रोकने की क्षमता है। इसके अलावा पंचकूला से लेकर सिरसा तक हरियाणा में कहीं भी घग्गर नदी के बहाव को रोका नहीं जाता।
39 गांवों में अलर्ट जारी
घग्गर में बढ़ते जलस्तर के कारण सिरसा DC पार्थ गुप्ता ने सोमवार को नदी किनारे बसे गांवों का दौरा किया। सिरसा में नदी की लंबाई करीब 80 किलोमीटर है। इस पर करीब 39 गांव बसे हैं। DC ने इन गांवों में भी अलर्ट घोषित किया है। DC ने खुद ओटू हेड का निरीक्षण किया। रात को हेड पर पुलिस तैनात की गई है और लाइटिंग की व्यवस्था भी की गई है।
2010 में टूटी थी घग्गर
सिरसा में घग्गर नदी का बांध ओटू हेड से आगे साल 2010 में टूटा था। तब घग्गर ने रानियां क्षेत्र में तबाही मचाई थी। हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गई थी। बणी गांव पूरी तरह से पानी में डूब गया था। कई गांवों को खाली कराया गया था।