हेलीमंडी वासियों ने उठाई पटौदी मंडी नगर परिषद से अलग होने की मांग
- प्रॉपर्टी आईडी बनी लोगों के जी का जंजाल
- पटौदी, 22 जुलाई (सैनी)
- पटौदी नगर पालिका व हेलीमंडी नगर पालिका सहित दस गांवों को मिलाकर गठित पटौदी मंडी नगर परिषद से हेलीमंडी वासियों ने अलग होने का बिगुल फूंक दिया है। पटौदी मंडी नगर परिषद ऑफिस को योजनाबद्ध तरीके से पटौदी शिफ्ट किए जाने को लेकर लोगों में रोष है। इसके अलावा प्रॉपर्टी आईडी, फैमिली आईडी की विसंगतियों, कूड़े का उठान न होने और स्ट्रीट लाइट जैसी अनेक समस्याओं के अंबार से हेलीमंडी व जाटौली निवासी बहुत ज्यादा परेशान है। एक षडयंत्र के तहत हेलीमंडी के ऑफिस की सारी सुविधाएं पटौदी भेजना और ईओ का यहां न बैठने से परेशान शहर के प्रमुख लोगों ने शनिवार को पंचायती पीली धर्मशाला में एक बैठक का आयोजन करके विरोध जताते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि अगर 15दिनों में उनकी समस्याओं का निदान नही हुआ तो इसके गंभीर परिणाम होगें। बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व नगरपालिका चेयरमैन शिव कुमार गुप्ता, पंडित विनोद शर्मा, सेठ द्वारका प्रसाद रुस्तगी, पूर्व पार्षद राजेंद्र गुप्ता, रमेश गर्ग आदि वक्ताओं ने कहा कि पटौदी मंडी नगर परिषद के गठन से उन्हें भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा। इसलिए वें नगर परिषद से अलग होना चाहते है। साढ़े पांच करोड़ रूपए की लागत से निर्मित सभी सुविधाओं से सुसज्जित ऑफिस होने के बावजूद परिषद के कार्यकारी अधिकारी यहां नही बैठते है। छोटे छोटे काम के लिए पटौदी जाना पड़ता है। धीरे धीरे सामान और कर्मचारियों को पटौदी ले जाया जा रहा है। अच्छा भला हेलीमंडी शहर को साजिश के तहत अनाथ बनाया जा रहा है। ज्यादा टैक्स भरने के बावजूद स्ट्रीट लाइटें खराब है। कूड़े का उठान नही हो रहा है। अपनी ही प्रॉपर्टी को प्रॉपर्टी आईडी में दर्ज कराने के लिए चक्कर लगा रहें है। लोगों की जमीन का मालिकाना हक सरकार के नाम बोल रहा है। सर्वे करने वाली कंपनी की सजा आम लोग भुगत रहें है। इसके अलावा जाटौली का कोई पटवारी नही है। एमई और ईएक्सएन एडिशनल है। रेलवे ओवर ब्रिज पर पैमाइश होना भी हेलीमंडी वासियों के साथ धोखा है। इस अवसर पर पूर्व नगर पालिका चेयरमैन शिवकुमार गुप्ता, पंडित विनोद शर्मा, सेठ द्वारका प्रसाद रुस्तगी, बिरेंद्र चौहान, राजेंद्र गुप्ता, सेठ मदनलाल, सुरेंद्र गर्ग, रमेश गर्ग, रवि चौहान, मास्टर सुरेंद्र चौहान, श्यामलाल अग्रवाल, कमल गोयल, हैप्पी जैन व नेनू शर्मा सहित अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।
- जाटौली वासी परिषद से अलग नही होना चाहते
- बिरेंद्र चौहान, रवि चौहान, मास्टर सुरेंद्र चौहान और सुभाष चौहान ने बताया कि वें नगर परिषद ऑफिस को पटौदी ले जानें के विरोध में है। हर हाल में परिषद का कार्यालय मंडी में ही रहना चाहिए। लेकिन वें नगर परिषद से अलग नही होना चाहते।