- पांच साल से धर्म परिवर्तन का बनाया जा रहा था दबाव, नौकरी से निकालने के बाद उठाना पड़ा कदम
गुरुग्राम,29 जुलाई। गुरुग्राम से एक दम्पति से धर्म परिवर्तन कराए जाने का मामला सामने आया है। एक निजी संस्था में काम करने वाले कर्मचारियों को आर्थिक सहायता देने के नाम पर जबरन धर्म परिवर्तन करवाए जाने का आरोप लगाए गए हैं। इस बारे में एक दंपत्ति ने फर्रुख नगर थाना पुलिस को शिकायत दी है। दंपति ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उधार लिए रुपए चुकाने के बाद भी उनका धर्म परिवर्तन किए जाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। दम्पति ने आरोप लगाया है कि धर्म परिवर्तन नहीं करने पर उन्हें नौकरी से भी निकाल दिया गया।
फर्रुखनगर निवासी रामफल व उसकी पत्नी संतोष ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया गया कि निजी संस्थान में सफाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं। शिकायतकर्ता रामफल ने आरोप लगाया कि वह पांच साल पहले इस संस्थान में सफाई कर्मचारी नियुक्त हुए थे। उस वक्त आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे। संस्थान के संचालक द्वारा उन्हें 60 हजार रुपए की मदद दी, जो उन्होंने यह राशि किस्तों में वापस चुका दी। इसके बाद से ही उन्हें धर्म परिवर्तन किए जाने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संस्थान द्वारा उनसे बाइबल भी पढ़ाई जाती थी। वहीं इस मामले की इसकी सूचना जब विभिन्न हिंदू संगठनों को लगी तो वह मौके पर पहुंच गए और फर्रुखनगर थाना पुलिस को शिकायत दी।
- हिंदू संगठनों ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल
हिंदू संगठन के पदाधिकारी देवेन्द्र यादव व अजीत ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। हिंदू संगठन के पदाधिकारियों का आरोप है कि पुलिस मामले को टालने के लिए लीपापोती करने में लगी है। तथ्यों को छिपाने का प्रयास किया जा रहा है। अगर मामले में पुलिस ने निष्पक्ष कार्रवाई ना की तो हिंदू संगठन एक बड़ा आंदोलन करने के लिए विवश हो जाएंगे। वहीं एसीपी पटौदी हरेंद्र कुमार का कहना है कि दंपत्ति की शिकायत लेकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। निजी संस्थान में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है, लेकिन मामले की जांच के दौरान कोई ऐसा तथ्य अभी तक सामने नहीं आया है। दंपत्ति के वेतन को लेकर विवाद जरूर सामने आया है। मामले की जांच की जा रही है।