- नूंह,7 अगस्त : हरियाणा में नूंह हिंसा में शामिल उपद्रवियों को नूंह के SP नरेंद्र बिजारणिया ने वॉर्निंग दी है। बता दे कि उन्होंने सरपंचों और क्षेत्र के वरिष्ठ लोगों के साथ हुई मीटिंग में कहा है कि आपको पता है दोषी कौन है। इनको कान पकड़ कर ले आओ। वरना मैं लाऊंगा तो अपने तरीके से लाऊंगा, और लाना मुझे आता है। उन्होंने कहा कि मैं किसी से रिक्वेस्ट नहीं करता अरेस्ट करने के लिए, इसलिए उन्हें खुद ही सरेंडर कर देना चाहिए।
- इसके अलावा आगे SP नूंह बिजारणिया ने कहा कि गांव के सभी लोगों को पता है कि कौन-कौन लड़के बाहर गए थे। पहेलियां बुझाने का काम मैं नहीं करता। जिम्मेदार लोग बैठे हैं उनको सबको पता है कि कौन-कौन से गांव के लड़के थे, कान पकड़कर ले आओ। मैं लाउंगा अपनी मर्जी से, एक को भी नहीं छोड़ूंगा।
- सबके फोटो-वीडियो मेरे पास हैं, कहीं रेड करनी पड़ जाए और मुझे मेवात का SP और सालों तक रहना पड़ जाए, लेकिन केस को मैं पुराने केसों की तरह ही अंजाम तक पहुंचाऊंगा।
- कौन हैं नरेंद्र बिजारणिया
- नूंह जिले के SP की जिम्मेदारी देख रहे IPS अफसर नरेंद्र बिजारणिया मूल रूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले हैं। वह एक खेती करने वाले परिवार से ताल्लुक रखते हैं। IPS बनने से पहले वह सेंट्रल एक्साइज एंड कस्टम डिपार्टमेंट में काम कर चुके हैं। 2015 में उन्होंने UPSC की परीक्षा पास कर IPS जॉइन किया। उन्हें हरियाणा कैडर मिला और 2017 में उन्हें सिरसा ट्रेनिंग पर भेजा गया था।
- गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर में रही भूमिका
- नरेंद्र बिजारणिया को बतौर ट्रेनी IPS नरेंद्र को फरवरी 2017 में हरियाणा के सिरसा जिला में भेजा गया था। यहां उन्हें थाना डिंग का कार्यभार सौंपा गया था। IPS नरेंद्र को एक मुखबिर ने इन्फॉर्मेशन दी थी कि सिरसा के गांव शेरपुरा में सुरेंद्र नाम के शख्स के घर कुख्यात आनंदपाल के भाई विक्की और देवेन्द्र छुपे हुए हैं।
- IPS नरेंद्र ने इस बात की सूचना SSP को दी जिसके बाद SSP ने राजस्थान पुलिस को सूचना देकर नरेंद्र के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था। पुलिस फोर्स ने घर की घेराबंदी कर आनंदपाल के भाई विक्की और देवेंद्र को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने आनंदपाल के चुरू जिले के मालासर में छुपे होने की जानकारी दी थी। इसके बाद IPS नरेंद्र अपनी टीम के साथ राजस्थान के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के साथ मिले और आनंदपाल की घेराबंदी की। पुलिस फोर्स से खुद को घिरा देख गैंगस्टर आनंदपाल ने करीब 100 राउंड फायर किए, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हुए थे। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आनंदपाल को मार गिराया था। यह दिन उनकी ट्रेनिंग का आखिरी दिन था।