कई पाल ने पहले ही कर दिया महापंचायत का बहिष्कार
- पलवल,13 अगस्त :मेवात हिंसा के बाद आज पलवल में हिंदू सर्वजातीय महापंचायत होगी। यह महापंचायत नूंह-पलवल रोड पर पोंडरी गांव में होगी, जिसमें शामिल होने के लिए लोगों का आना भी शुरू हो गया है।
- बता दें कि इससे पहले इस महापंचायत को नूंह जिले की सीमा में छपेड़ा गांव के पास करने का फैसला लिया गया था, लेकिन कर्फ्यू और नूंह के हालातों को देखते हुए प्रशासन ने परमिशन नहीं दी, जिसके बाद आयोजकों ने इसे नूंह बॉर्डर से सटे पलवल के गांव पोंडरी में करने का निर्णय लिया है।
- अरूण जैलदार करेंगे महापंचायत की अध्यक्षता
- इस महापंचायत में 28 अगस्त को निकलने वाली ब्रजमंडल यात्रा पर फैसला लिया जाएगा। हिंदू सर्वजातीय महापंचायत में गुरुग्राम, नूंह व पलवल जिले के लोगों को आमंत्रित किया गया है। महापंचायत के आयोजकों ने कहा कि इसमें 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद 6 घंटे तक बंधक रहे लोगों और प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा करने के साथ ही कई बड़े निर्णय लिए जांएगे। महापंचायत मेवात के 40 हिन्दू पाल और 12 मुस्लिम पाल के चौधरी अरूण जैलदार के मार्गदर्शन में होगी।
- कई पाल ने किया महापंचायत का बहिष्कार
- वहीं सर्वजातीय हिंदू महापंचायत का डागर पाल ने पूर्ण बहिष्कार किया है। डागर पाल के इस निर्णय से इस महापंचायत को बड़ा धक्का लगा है। क्योंकि डागर पाल के बहिष्कार साथ साथ रावत, सहरावत, चौहान व तेवतिया पाल के पंचों ने भी अपनी सहमति जताते हुए इस महापंचायत का बहिष्कार किया है। पुष्टि डागर पाल के प्रधान चौधरी धर्मबीर डागर ने की इसकी पुष्टि की है की डागर पाल इस महापंचायत का बहिष्कार कर रही है। यह निर्णय डागर पाल के बड़े गांव मंडकोला में पंचायत करके लिया गया है।
- जानकारी देते हुए डागर पाल के प्रधान चौधरी धर्मबीर डागर ने बताया पाल और खापों का कर्तव्य समाज को जोड़ना होता है, न कि तोड़ना। यह जो महापंचायत की जा रही है, इसमें विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के लोग हैं। हम चाहते हैं कि अगर महापंचायत होती है तो उसमें हिंदू-मुस्लिम सभी लोग शामिल हो और आपसी भाईचारे और सौहार्द की बात करें। कुछ लोग धार्मिक संगठनों का चोला पहाड़कर समाज को तोड़ना चाहते हैं, जो बिल्कुल गलत है।