- नूंह,16 अगस्त : नूंह हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किए बिट्टू बजरंगी के बजरंग दल से संबंध होने को लेकर विवाद छिड़ गया है। मंगलवार को बिट्टू बजरंगी को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद अब बुधवार को विश्व हिंदू परिषद ने बयान जारी कर कहा कि राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी, जिसे बजरंग दल का कार्यकर्ता बताया जा रहा है, उसका बजरंग दल से कभी कोई संबंध नहीं रहा। उसके द्वारा जारी किए गए वीडियो को भी विश्व हिंदू परिषद उचित नहीं मानती।
- अब सोशल मीडिया पर VHP के इस बयान को चैलेंज करते हुए बिट्टू बजरंगी की तस्वीरें जारी की गई हैं, जिसमें कहा गया कि RSS और उससे जुड़ी VHP-बजरंग दल बिट्टू बजरंगी के नूंह हिंसा केस में गिरफ्तारी के बाद खुद को उससे अलग करने की कोशिश कर रहे हैं, इसके साथ में बिट्टू बजरंगी की RSS वर्कर वेशभूषा में तस्वीरें और खुद को भारतीय जनता पार्टी का भावी उम्मीदवार का पोस्टर डाला गया है। वहीं बुधवार को बिट्टू बजरंगी को नूंह पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे एक दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया है।
- बिट्टू बजरंगी पर सरकारी काम में बाधा डालने, हथियार छीनने और पुलिस से मिसबिहेव करने का आरोप लगा है। नूंह में ब्रजमंडल यात्रा से पहले बिट्टू बजरंगी ने कई भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर डाले थे। इस मामले में उस पर केस दर्ज हुआ था। हालांकि उसे जमानत पर छोड़ दिया गया था। इसके बाद से बिट्टू की गिरफ्तारी के लिए सोशल मीडिया पर मांग की जा रही थी।
- फ़िलहाल नूंह पुलिस के प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा के बाद सदर थाने में IPC की धारा 148,149, 332, 353, 186, 395, 397, 506 और आर्म्स एक्ट के तहत एसीपी उषा कुंडू की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद पुलिस टीमों ने हिंसा से जुड़े वीडियो की जांच भी की और इसी एफआईआर के आधार पर ही बिट्टू की गिरफ्तारी हुई।