- नारायाण खेड़ा में धरना स्थगित किया,किसान पानी की टंकी से उतरे
- बीमा खातों में डलने तक नाथूसरी चोपटा में जारी रहेगा धरना
- राष्ट्रीय राजमार्ग रोकने वाले किसानों पर होगा प्रकरण दर्ज
सिरसा,18 अगस्त
हरियाणा में सिरसा के गांव बहावदीन के पास सिरसा- दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 पर टोल प्लाजा पर वर्ष 2022 के सिरसा जिला के 1.32 लाख किसानों की 641 करोड़ की अटकी बीमा क्लेम राशि की मांग पर धरना देकर वाहनों का आवागमन रोके बैठे किसानों ने प्रशासन द्वारा एक माह के भीतर अदायगी का भरोसा देने के बाद वीरवार को धरना स्थगित कर वहां से उठ गए। किसान प्रतिनिधियों व जिला प्रशासन के बीच देर रात तक चली बैठक के बाद मांग माने जाने पर सहमति बनी थी। किसानों के हटने पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार सुबह से अवरूद्ध पड़ा वाहनों का आवागमन आज दोपहर बहाल हो सका।
आदोंलनकारी किसानों को राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्ध करने सरीखे कठोर कदम उठाए जाने के बावजूद बीमा क्लेम नहीं बल्कि भरोसा ही मिला है। बता दें किकृषि विभाग के अधिकारियों ने पिछले माह नाथूसरी चोपटा में इन्हीं आदोंंलनकारी किसानों को 31 जुलाई तक उनके खातों में क्लेम की राशि आने का लिखित में आश्वासन दिया था मगर सिरे नहीं चढ़ा। किसानों ने एक बार फि र जिला उपायुक्त के वचनों पर भरोसा कर अपने कदम पीछे खिंच लिए हैं। उपायुक्त पार्थ गुप्ता, कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनियां,उपमंडलाधिकारी राजेंद्र कुमार ने आज सुबह 11 बजे टोल प्लाजा पर जाकर उपस्थित किसानों को फ ैसले से अवगत करवाया। तत्पश्चात उपायुक्त पार्थ गुप्ता अन्य अधिकारियों के साथ गांव नारायाण खेड़ा पहुंचे और वहां धरनारत्त किसानों को बीमा क्लेम का भरोसा देते हुए पिछले सोलह दिनों से जलघर की पानी की टंकी पर चढ़े चारों किसानों भरत सिंह झाझड़ा, नरेंद्र पाल सहारण, दीवान सहारण और जयप्रकाश कासनियां को नीचे उतारा.
चारों किसान ज्यों ही टंकी से नीचे उतरे तो पंडाल में उपस्थित किसानों ने ‘किसान एकता जिंदाबाद,किसान भाईचारा जिंदाबाद,राज्य सरकार मुर्दाबाद के नारों से आसमान गुंजायमान कर दिया। धरने पर बैठे अन्य किसानों ने चारोंं किसानों को बाहों में लेकर प्यार दुलार देते हुए उनके संघर्ष को सलाम किया। आदोंलनक की अगुवाई कर रहे किसान नेता रवि आजाद को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। इस मौके पर उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने उपस्थित किसानों को फ ैसले से पुन: अवगत करवाया। उन्होंने किसानों की मांग को जायज करार देते हुए कहा कि क्रॉप कटिंग के लिहाज से ही मुआवजा किसानों के खातों में आएगा। बीमा क्लेम को लेकर हरियाणा सरकार के अधिकारियों की आज भी दिल्ली में बीमा कंपनी के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक जारी है। उपायुक्त ने बताया कि पिछले दो रोज में 34 गावों के चार हजार किसानों के खातों में 20 करोड़ रूपया बीमा क्लेम आया है। इस मौके पर साहुवाला गांव के युवा किसान भीम सिंह जिसने बीमा राशि न मिलने तक नंगे पांव ही रहने का प्रण लिया हुआ था को भी राजी कर जूते पहनाए गए.
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के युवा इकाई के प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने आदोंलन बंद नहीं बल्कि शासन व प्रशासन के भरोसे पर स्थगित किया है। अगर माहभर के भीतर बीमा क्लेम किसानों के खाते में नहीं आया तो इससे बढ़कर आदोंंलन खड़ा करेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि नाथूसरी चोपटा तहसील कार्यालय के बाहर सवा सौ दिनों से चला आ रहा धरना यथावत रहेगा। इस मौके पर सुरेश ढाका,संदीप सिंवर,प्रकाश ममेंरा,भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के जिलाध्यक्ष सिंकदर रोड़ी,भूपेंद्र वैदवाला,नंद लाल ढिल्लों,औम प्रकाश,महावीर गोदारा,रविंद्र कासनियां,नाथूसरी कलंा की सरपंच रीटा कासनियां,कुताना के सरपंच प्रतिनिधि विनोद बांगड़वा,चाहरवाला की सरपंच स्मेस्ता,कागदाना के सरपंच प्रतिनिधि मांगे राम बेनीवाल,माखोसरानी के सरपंच सुभाष बेनीवाल,लीलू राम डूडी सरपंच जमाल सहित क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित थे.