एक मां ने अपना हंसता खेलता बेटा खो दिया
मध्य प्रदेश , भोपाल ,नीय नगर कि आबो हवा का शहर के बाहर लोग गुणगान किया करते नहीं थकते थे, किंतु जब से स्मेक बेचने वाले शहर में पधारे, तब से तो इस शहर को नजर सी लग जाना कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि इस शहर में जगह-जगह स्मेक बेचने वाले एवं स्मेंकेचियो यानी खरीदने वालों ने अड्डे बना लिए है व स्मेक बेचने वालों ने स्टूडेंट्स को तो चपेट में लिया ही है परंतु कई सब्रांत परिवारों से संबंध रखने वाले युवक भी इसकी जद से नहीं बच सके अगर देखा जाए तो लगभग चार से छह महीनो से तो यह गोरख धंधा इतना फल फूल गया है कि इस शहर में वृक्ष की शाखों की तरह फैल चुका है अब शहर की जनता जनार्दन यह आस लगाए बैठी है कि इस शहर की नजर उतारना अति आवश्यक हो गया है और इसी तारतम्य में शहर के नए टीआई जनाब श्री दीनबंधु सिंह तोमर ही इन स्मैक बेचने वालों की अच्छी तरह नजर उतार सकेंगे। क्या ऐसा होगा? स्मरण रहे कि नगर की यातायात का ढाचरा भी पूर्व से ही बिगड़ा हुआ है और ज्यों का त्यों बना हुआ है वहीं दूसरी ओर एक्सीडेंट होने का खतरा हमेशा जनता जनार्दन पर मंडराता रहता है और इसी तारतम्य में बीते माह डाबरी चौक में एक बड़ा हादसा हो चुका है जिसमें एक मां ने अपना हंसता खेलता बेटा खो दिया जो उसका (असा–ए–पीरी) था, जो उसके बुढ़ापे का एकमात्र सहारा था। बाइक पर तांडव करते जा रहे दो मनचलों को भेंट चढ़ गया। नगर की जनता श्री तोमर साहब से यह अपेक्षा रखती है कि नगर की यातायात व्यवस्था में भी सुधार किया जाए व स्मेक पैडलेर्स (स्मैक बेचने वालो) को ठिकाने लगाया जाए। पिछले कुछ दिनो से सोशल मीडिया पर भी लोग स्मैक पेडलर्स का विरोध करते नजर आ रहे है, व प्रशासन से इनपर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे है।
शहर को किसकी नजर लग गई क्योंकि स्मेक बेचने वालों ने शहर को बदनाम कर रखा है
शहर को किसकी नजर लग गई क्योंकि स्मेक बेचने वालों ने शहर को बदनाम कर रखा है