-मैरिंगो हॉस्पिटल्स ने अपने कॉन्सेप्ट टीच, ट्रेन और ट्रीट के तहत किया ये समझौता
-मंगोलिया सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मैरिंगो ने साइन किया एमओयू
-200 से ज्यादा मेडिकल प्रोफेशनल्स को ट्रेनिंग देगा मैरिंगो हॉस्पिटल्स
गुरुग्राम, 4 सितंबर – मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स ने मंगोलिया के तीन अस्पतालों के साथ मल्टी-लेवल इंटरनेशनल पार्टनरशिप का ऐलान किया है. ये कदम मील का पत्थर है क्योंकि मैरिंगो हॉस्पिटल ऐसा पहला हेल्थ केयर प्रोवाइडर होगा जो मंगोलिया सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है. इस इंटरनेशनल पार्टनरशिप के तहत मंगोलिया के सेंट्रल हेल्थ डिपार्टमेंट, मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ और सेंट्रल मिलिट्री हॉस्पिटल और पहले एफिलिएटेड हॉस्पिटल के साथ एमओयू साइन किया गया है.
इस मौके पर मंगोलिया के हेल्थ मिनिस्टर चिंजोरिग सोडनम, संसद सदस्य प्रोफेसर चिंबुरेन जिगजिदसुरेन और सेंट्रल हेल्थ डिपार्टमेंट की डायरेक्टर नारनतुया बयारमगनई मौजूद रहे मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स ने भारत में मंगोलिया के राजदूत गैनबोल्ड दांबजोव और मंगोलिया में भारत के राजदूत एमपी सिंह का शुक्रिया अदा किया.
‘क्लिनिकल कॉरिडोर’ कॉन्सेप्ट के तहत एशिया हॉस्पिटल्स ने 200 मेडिकल प्रोफेशनल्स को ट्रेनिंग देने के लिए मंगोलिया सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ इस साझेदारी का नेतृत्व किया है. यह स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम है और मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर अच्छी हेल्थ केयर देने के लिए ऐतिहासिक साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध है. मैरिंगो अस्पताल की ये कोशिश मॉडर्न वर्ल्ड की बढ़ती स्वास्थ्य देखभाल मांगों को पूरा करने के लिए संसाधनों और प्रतिभा का उपयोग करने के लिए भारत और मंगोलिया को एक साथ लाती है.
इस पार्टनरशिप का मेन फोकस हेल्थ केयर के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग और कौशल वृद्धि पर होगा. मैरिंगो एशिया अस्पतालों में मंगोलिया के मेडिकल प्रोफेशनल्स को ट्रेनिंग दी जाएगी, नॉलेज शेयर की जाएगी और प्रोफेशनल डेवलपमेंट अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे. मैरिंगो एशिया अस्पताल के डॉक्टर मंगोलिया जाकर ओपीडी में बैठेंगे और मरीजों का ऑपरेशन भी करेंगे. इस तरह मंगोलिया के लोगों के लिए इलाज काफी सस्ता रहेगा क्योंकि मंगोलिया से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. मंगोलियाई अस्पतालों में सर्जरी करते वक्त मैरिंगो के डॉक्टर वहां के डॉक्टरों और नर्सों को भी ट्रेनिंग देंगे जिससे वहां के मेडिकल प्रोफेशनल्स और बेहतर व स्किल्ड होंगे. पहले फेज में कार्डियक साइंसेज, ऑन्कोलॉजी, न्यूरोसाइंस, लीवर डिजीज और यूरोलॉजी से जुड़े मरीजों पर फोकस किया जाएगा.
इसके बाद नेक्स्ट लेवल की प्लानिंग मंगोलिया के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में सर्जिकल मास्टर क्लासेज आयोजित करने की है. मंगोलिया के मरीजों को परामर्श के लिए डॉक्टरों से जुड़ने के लिए क्लीनिकल कॉरिडोर और टेलीमेडिसिन की प्रैक्टिस को भी विकसित किया जाएगा.
जी-20 कार्यक्रम एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया के तहत डॉ. राजीव सिंघल ने ‘क्लिनिकल कॉरिडोर’ और ‘थ्री टी’ की अपनी अवधारणा को लोकप्रिय बनाया है.
मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर व ग्रुप सीईओ डॉक्टर राजीव सिंघल ने इस अवधारणा को समझाते हुए कहा, ”हम मंगोलिया में ये पहल करने वाले पहले हेल्थ केयर प्रोवाइडर के रूप में इस यात्रा को शुरू करने के लिए उत्साहित हैं. ‘क्लिनिकल कॉरिडोर’ की अवधारणा एक तालमेल बनाने के लिए महत्वपूर्ण है जो स्वास्थ्य देखभाल मानकों को बढ़ाएगा और अनगिनत जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा. हमारी विशेषज्ञता, संसाधनों और समर्पण के संयुक्त प्रयास के बल पर, हमारा मानना है कि यह सहयोग वैश्विक स्वास्थ्य सेवा सहयोग के लिए एक मॉडल के रूप में काम करेगा. हम 3 टी यानी टीच, ट्रेन और ट्रीट की अवधारणा का प्रचार करने के लिए भी बहुत उत्साहित हैं. हम हेल्थ केयर की दुनिया में एक परिवर्तनकारी बदलाव के लिए तैयार हैं. टीचिंग, ट्रेनिंग और ट्रीटिंग के साथ मैरिंगो एशिया अस्पताल दुनिया भर में एक स्वस्थ भविष्य के लिए अपना योगदान देगा. ग्लोबल केयर कंसल्टिंग ने इस साझेदारी को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.”