देश भर में जन्माष्टमी की धूम देखने को मिल रही है. आज दिनांक 7 सितंबर को कृष्ण जन्माष्टमी है. इस मौके पर पूरे देश में लोगों का उत्साह देखने को मिल रहा है. मंदिर सजे हुए हैं, साथ ही लोगों घर में भी लड्डू गोपाल के आगमन को तैयारी कर ली है. अधिकांश जगह 6 को ही जन्माष्टमी माना ली गई है. हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है. इस साल इन दोनो दिन ये शुभ अवसर है, इसी लिए दोनो ही दिन जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है.
ये है पूजा का सुबह मूहर्त
7 सितंबर का दिन व्रत के लिए सबसे पावन है. इस साल श्री कृष्ण का 5250 जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. निशिता पूजा का सुबह समय रात के 11 बज के 56 मिनट से प्रारंभ हो रहा है. और 8 सितंबर की सुबह 12 बज कर 40 मिनट तक रहेगा. पूजा की कुल अवधि 44 मिनट की है.
पूजन में इन बातों का दे ध्यान
इस जन्माष्टमी के दिन सभी लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके साफ और धुले हुए कपड़े पहनते हैं. इसके बाद वे नजदीकी मंदिर में जाते हैं और भगवान से प्रार्थना करते हैं. घर के मंदिर में उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें. फिर हाथ में फल, फूल और जल लेकर आएं और व्रत का संकल्प लें.