श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष और अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने अभी एक बयान दिया, जिसमे उन्होंने ताजमहल को हिंदू मंदिर बताया है. उन्होंने बताया कि ताजमहल को लेकर भी वो कोर्ट में याचिका दायर करने वाले हैं. बता दें श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के पदाधिकारी रविवार को आगरा गए थे. जहां पर उन्होंने योगी यूथ ब्रिगेड के सदस्यों से मुलाकात की थी. सदस्यों ने उन्हें श्रीकृष्ण जन्मभूमि और ताजमहल से जुड़ी अपने हिस्से की जानकारियां दी.
सदस्यों ने उन किताबों की जानकारी दी, जिसमें लिखा हुआ है कि कैसे श्रीकृष्ण जन्मभूमि में रखे केशव देव के विग्रह उठाकर आगरा लाए गए। उन्हें आगरा की शाही जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबा दिया गया। अधिवक्ता महेंद्र प्रताप ने कहा कि यह दोनों केस न्यायालय में विचाराधीन हैं।
‘मुगलों ने तोड़े 4 लाख से अधिक मंदिर’
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के पदाधिकारी ने बताया कि मुगल काल में देश में साढे चार लाख मंदिरों को तोड़ा गया। कुछ की जगह दूसरे धर्म स्थल बना दिए गए। हम इसकी पूरी सूची तैयार कर रहे हैं। श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही जामा मस्जिद का फैसला आने के बाद इन मंदिरों से जुड़े वाद भी कोर्ट में दायर किए जाएंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि अब एक बार फिर ताजमहल को लेकर ये विवाद कोर्ट में जा सकता है।