- एलपीजी गैस पाइपलाइन में गैस रिसाव पर काबू पाने के उपायों पर आधारित थी मॉक ड्रिल
गुरुग्राम 16 सितंबर। जिला प्रशासन व एनडीआरएफ द्वारा भोंडसी क्षेत्र के नयागांव स्थित इंडियन ऑयल के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट में गैस पाइपलाइन में किसी आपातकालीन दुर्घटना की स्थिति में आपातकालीन तैयारी की जांच किए जाने के लिए
“ऑफ साइट इमरजेंसी ड्रिल” का आयोजन किया। इस मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ की टीम ने पाइपलाइन गैस रिसाव होने की स्थिति में वहां पर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के तौर तरीकों के बारे में बताया। वहीं मॉक ड्रिल के बाद कमियों एवं त्रुटियों की चर्चा के लिए समीक्षा बैठक भी की गई।
‘ऑफसाइट इमरजेंसी ड्रिल’ के तहत शुक्रवार को प्रातः 11 बजे गांव नयागांव में इंडियन ऑयल की एलपीजी गैस पाइपलाइन लीक हो गई। गैस रिसाव के बारे में तुरंत बाद लाइनमैन ने अपने
उच्च अधिकारियों को सूचित किया। वहां से इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल तत्काल इंजीनियरों की टीम के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। उसके बाद एनडीआरएफ द्वारा गैस रिसाव से संबंधित आपदा प्रबंधन की मॉक ड्रिल देखने को मिली। इस दौरान आपात स्थिति के तहत अग्निशमन की गाड़ियां, एंबुलेंस पहुंच रहीं थीं और लोगों को माइक के माध्यम से सूचना दी जा रही थी। यहां ना आएं, गैस का रिसाव हो रहा है। इसके साथ किसी ज्वलनशील पदार्थ का प्रयोग ना करें। इस दौरान गैस रिसाव वाले स्थान को घेराबंदी करके अलग कर दिया गया। घटना स्थल पर गैस रिसाव वाले स्थान पर आग लगने पर इसे उच्च लेवल की आपात स्थिति मानते हुए कंपनी प्रबंधन द्वारा जिला प्रशासन को घटना के बारे में सूचित किया गया और स्वयं जिला आपदा प्रबंधन की नोडल अधिकारी एवं डीआरओ पूनम अपनी टीम के साथ वहां पहुँची। इसके बाद एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें विभिन्न आपदा सुरक्षा उपायों के माध्यम से हालात पर काबू पाती हैं। इस गैस लीकेज में कुछ लोग भी घिरे हुए दिखाए गए। जिन्हें संबंधित टीमों द्वारा प्राथमिक सहायता देते हुए उसे नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया।
इस अवसर पर इंडियन ऑयल प्लांट के डीजीएम अजय, पुलिस, अग्निशमन विभाग, सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, राजस्व विभाग, नगर निगम गुरुग्राम, पशुपालन विभाग, लोकनिर्माण विभाग, स्वास्थ विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग, जिला उद्योग केंद्र एवम स्थानीय गांवों के ग्रामीणों सहित इंडियन ऑयल कंपनी के कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित रहे।