ज्योतिराज सिंधिया और शिवराज चौहान में राजनीतिक टकराव कर सकता है नुकसान
राजस्थान में वसुंधरा राजे भाजपा के बन सकती है बड़ी चुनौती
नई दिल्ली . 23 सितंबर । मध्य प्रदेश और राजस्थान में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा की वरिष्ठ नेत्री वसुंधरा राजे की अनदेखी के बाद क्या राजस्थान में चला पाएंगे अपना जादू । राजस्थान की राजनीति को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञ इस बात को लेकर बड़ी चर्चा कर रहे हैं कि आखिरकार राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अनदेखी क्या गुल खिलाएगी।
मध्य प्रदेश में ज्योतिराज सिंधिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का टकराव क्या गुल खिलाएगा
मध्य प्रदेश में राजस्थान के साथ विधानसभा चुनाव और राजनीति में किसी को अपना दोस्त नहीं माना जाता मध्य प्रदेश की बात की जाए कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिराज सिंधिया पर बीजेपी मध्य प्रदेश में विश्वास जाता रही है । वही शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश भी अपने दम पर सत्ता लाने के लिए लगातार दावा कर रहे हैं । लेकिन मध्य प्रदेश के राजनीतिक पंडित इस बात की भी चर्चा कर रहे हैं की मध्य प्रदेश में ज्योतिराज सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान का टकराव कहीं भाजपा को सत्ता से बाहर न कर दें और इन दोनों के टकराव के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह की जोड़ी का भी जादू कही फेल न हो जाए। क्योंकि दिल्ली,पंजाब और छत्तीसगढ़ में अमित शाह और मोदी का जादू नहीं चल पाया। यहां तक की भारतीय जनता पार्टी को मध्य प्रदेश राजस्थान ,पंजाब, दिल्ली, छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव में कहीं नुकसान ना हो जाए इसको भी लेकर मोदी और अमित शाह दोनों चिंतित बताए जाते हैं।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इसी वर्ष होने हैं चुनाव
राजस्थान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव 2023 में होने हैं ओर सभी पार्टियों ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है । दिल्ली की आम आदमी पार्टी के मुखिया एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार चुनावी दौरे पर राजस्थान मध्य प्रदेश में जा रहे हैं । वहीं कांग्रेस के बड़े नेताओं ने भी अपने-अपने बड़े नेताओं को चुनावी मैदान में उतार दिया है कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने स्वयं राजस्थान की कमान संभाली हुई वहीं सांसद राहुल गांधी जिन प्रदेशों में विधानसभा के चुनाव है । उनमें तूफानी द्वारा कर रहे हैं भाजपा के वरिष्ठ नेता भी चुनाव मैदान में पूछ चुके हैं लेकिन दोनों प्रदेश राजस्थान और मध्य प्रदेश में भाजपा के लिए कड़ी चुनौती बनती जा रही है।