विश्व बधिर दिवस के अवसर पर अंबाला के स्वास्थ्य विभाग ने सुनने से संबंधित समस्याओं के प्रति जागरूकता फैलाने और लोगों की सहायता के लिए एक विशेष जांच अभियान की घोषणा की है। यह अभियान एक सप्ताह तक चलेगा, जिसमें स्वास्थ्य विभाग द्वारा कान और सुनने से जुड़ी समस्याओं की मुफ्त जांच की जाएगी।
अभियान का उद्देश्य
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को सुनने की समस्याओं के प्रति जागरूक करना और शुरुआती स्तर पर उनकी पहचान करना है, ताकि सही समय पर इलाज संभव हो सके। अंबाला के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, बहुत से लोग सुनने की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेते हैं, जिससे आगे चलकर उन्हें गंभीर बधिरता का सामना करना पड़ सकता है।
विशेष स्वास्थ्य शिविर
स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर के विभिन्न अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में कान, नाक और गला (ENT) विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा लोगों की मुफ्त जांच की जाएगी। साथ ही, लोगों को बधिरता से बचाव और उसके इलाज के बारे में जानकारी दी जाएगी।
स्कूलों में भी जागरूकता कार्यक्रम
स्वास्थ्य विभाग का यह अभियान केवल अस्पतालों तक सीमित नहीं रहेगा। विभाग द्वारा स्थानीय स्कूलों में भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जहां बच्चों को सुनने से जुड़ी समस्याओं की पहचान और रोकथाम के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा, छात्रों की भी जांच की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की सुनने की समस्या का समय रहते पता लगाया जा सके।
आधुनिक उपकरणों का उपयोग
इस अभियान में अत्याधुनिक सुनने की जांच उपकरणों का उपयोग किया जाएगा, जिससे बधिरता की पहचान करने में आसानी होगी। इन उपकरणों की मदद से हल्की से हल्की सुनने की समस्या का भी जल्द पता लगाया जा सकेगा, और तुरंत इलाज की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।
आम जनता को संदेश
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे इस अभियान में भाग लें और अपनी सुनने की क्षमता की जांच कराएं। विभाग का कहना है कि अगर सुनने की समस्या का समय रहते पता चल जाए, तो उसका इलाज आसान हो जाता है और भविष्य में गंभीर बधिरता से बचा जा सकता है।
यह जागरूकता अभियान स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य सुनने की समस्याओं से पीड़ित लोगों को राहत पहुंचाना और बधिरता को रोकने के लिए जागरूकता फैलाना है।