गुरुग्राम 4 अप्रैल। किडनी ट्रांसप्लांट करने के तार गुरुग्राम से लेकर राजस्थान की जयपुर से जुड़े हुए थे। दिल्ली एयरपोर्ट से बांग्लादेशी मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए पहले गुरुग्राम के गेस्ट हाउस में रोका जाता था और फिर किडनी ट्रांसप्लांट करने के लिए उन्हें राजस्थान जयपुर के लिए ले जाया जाता था। इसके बदले में लाखों रुपए गेस्ट हाउस मलिक को दिए जाते थे और मोटी रकम किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले गैंग लोगों में बांटे जाते थे उतना ही नहीं गुरुग्राम में सरकार की नाक के नीचे बांग्लादेशी मेहमानों की तरह आराम कर रहे हैं जिसका खलासा बार-बार पकड़े जा रहे बांग्लादेशियों से हो रहा है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराया गया मुकदमा दर्ज
गुरुग्राम के स्वास्थ्य की विभाग के सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने थाना सदर में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस द्वारा किया गया मुकदमे में लिखा गया हैं मोहम्मद अंसारी झारखंड अपने साथियों के साथ बांग्लादेशी मरीजों को गुरुग्राम में लाकर गेस्ट हाउस एवं होटल में रूकवाता था और बाद में किडनी टसप्लांट करनेके लिए जयपुर के फॉर्टिस हॉस्पिटल में भेजता था। शिकायत में यह भी लिखा गया है किडनी टसप्लांट करने के बदले एक मरीज से 6 लाख रुपए वसूलत था और किडनी देने वाले व्यक्ति को चार लाख रुपए देता था₹2 दो लाख सर्जरी से पहले और ₹2 लाख सर्जरी के बाद देता था।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मोहम्मद अंसारी निवासी झारखंड दिल्ली से राजस्थान तक यह गोरख धंधा चलता है इस गोरख धंधे में बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल हैं जिसके चलते गुरुग्राम में गोरख धंधा करने वलों ने अपनी जड़े मजबूत की हुई है।
मुख्यमंत्री उड़न दस्ते एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम की छपामारी के दौरान सभी गोरख धंधा करने वाले फरार
छापामारी के दौरान गैंग चलने वाले सभी सदस्य मुखिया के साथ भागने में कामयाब हो गए पुलिस उन्हें गिरफ्तार जगह-जगह छापा मारी कर रही है मुख्यमंत्री उड़ान दस्ते के अधिकारी हरीश ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली कि कुछ बांग्लादेशी गुरुग्राम के गेस्ट हाउस ठहरे हुए हैं और राजस्थान के जयपुर से किडनी टसप्लांट करवाने के बाद कुछ लोगों को आराम के लिए लायाहुआ हैं जब मौके पर देखा गया तो वहां पर करीब 10 मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट करने के बाद रोका हुआ था लेकिन एक ही मरीज मिला और बाकी मरीजो को लेकर टीम पहुंचने से पहले गोरख धंधा करने वाले भाग निकले।
क्या कहना है ड्रग इंस्पेक्टर का
जब इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर अमनदीप सिंह चौहान से पूछा गया उन्होंने कहा उनको भी बुलाया गया था और यह पूरा मामला राजस्थान जयपुर के फॉर्टिस हॉस्पिटल से जुड़ा हुआ है और राजस्थान जयपुर में 2 अप्रैल को इसी मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है मामला गंभीर है जिसकी जांच की जा रही है।