जम्मू। जम्मू-कश्मीर की उधमपुर व जम्मू लोकसभा सीट पर 19 और 26 अप्रैल को चुनाव होना है, जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी और पूरे जोर-शोर से प्रचार अभियान चला रही है वहीं कांग्रेस भी कोई कसर नहीं छोड़ रही लेकिन उसकी राह आसान नहीं है। भाजपा ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में इन दोनों सीट पर कब्जा किया था।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और जुगल किशोर क्रमश: उधमपुर और जम्मू सीट से लगातार दो बार जीत हासिल कर चुके हैं और अब जीत की हैट्रिक लगाने की उम्मीद कर रहे हैं। भाजपा दोनों निर्वाचन क्षेत्र में अपने जनाधार को मजबूत बनाने की पुरजोर कोशिश कर रही है हालांकि उसे इस बार कांग्रेस से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस ने दो बार के सांसद लाल सिंह को उधमपुर लोकसभा क्षेत्र से और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला को जम्मू निर्वाचन क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार बुधवार को थम जाएगा। भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में अपने प्रचार अभियान में दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारा, जिनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और पार्टी के वरिष्ठ नेता सैयद शाहनवाज हुसैन शामिल हैं।
इसके विपरीत, चुनावों की घोषणा के बाद कांग्रेस की ओर से केवल राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और अभिनेता से नेता बने राज बब्बर ने दो रैलियों को संबोधित किया है। कांग्रेस को नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) का समर्थन प्राप्त है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला उधमपुर में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) के उम्मीदवार लाल सिंह और जम्मू में रमन भल्ला के लिए प्रचार में जुटे हैं।
किसी जमाने में कांग्रेस का गढ़ रही उधमपुर लोकसभा सीट पर लाल सिंह के भाजपा उम्मीदवार व केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को कड़ी टक्कर देने की उम्मीद है। लाल सिंह 2004 और 2009 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर उधमपुर सीट से निर्वाचित हुए थे। इससे पहले वह 1996, 2002 और 2015 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विधायक के रूप में भी निर्वाचित हो चुके हैं। सिंह, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)-कांग्रेस और पीडीपी-भाजपा सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुके हैं।
राजनीतिक विश्लेषक डॉ. तेज कृषेन के मुताबिक, ”निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं के बीच कांग्रेस उम्मीदवार लाल सिंह की लोकप्रियता को देखते हुए इस बार केंद्रीय मंत्री के लिए यह मुकाबला आसान नहीं होगा। लाल सिंह को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का उम्मीदवार होने की वजह से नेशनल कॉन्फ्रेंस का भी समर्थन प्राप्त है।” वहीं डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद उधमपुर से अपनी पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व मंत्री जी. एम. सरूरी के लिए प्रचार कर रहे हैं। आजाद लगातार नेकां, कांग्रेस और पीडीपी जैसे क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की आलोचना करते रहे हैं।