
Delhi desk neha dwivedi 14 / 25
दिल्ली-NCR में गुरुवार की बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, वॉटर लॉगिंग और जाम से लोग परेशान, प्रशासन पर सवालगुरुवार को हुई तेज बारिश ने दिल्ली और एनसीआर के कई हिस्सों में अफरा-तफरी मचा दी। खासकर गुरुग्राम और दिल्ली के विभिन्न इलाकों में वॉटर लॉगिंग की गंभीर समस्या देखने को मिली। जगह-जगह सड़कों पर पानी भर गया, जिससे वाहनों की रफ्तार थम गई और लंबा ट्रैफिक जाम लग गया।
गुरुग्राम और दिल्ली में वॉटर लॉगिंग से यातायात ठप
सुबह से ही हुई बारिश के बाद दिल्ली के आईटीओ, मिंटो रोड, द्वारका, मयूर विहार, कीर्ति नगर और गुरुग्राम के सोहना रोड, सिकंदरपुर, सेक्टर-29 समेत कई क्षेत्रों में पानी भर गया। निचले इलाकों में तो सड़कें तालाब जैसी नजर आने लगीं। इस वजह से दफ्तर जाने वाले लोग घंटों जाम में फंसे रहे।
कैब और बाइक सेवाओं पर भी असर
तेज बारिश और ट्रैफिक जाम का असर ओला, उबर, रैपिडो जैसी कैब और बाइक टैक्सी सेवाओं पर भी पड़ा। कई ड्राइवरों ने पानी भरी सड़कों पर जाने से मना कर दिया, जबकि कुछ यात्रियों को दोगुना किराया चुकाकर सफर करना पड़ा। इससे ऑफिस और जरूरी अपॉइंटमेंट्स पर समय से पहुंचना लोगों के लिए बड़ी चुनौती बन गया।
सोशल मीडिया पर गुस्सा, प्रशासन पर सवाल
वॉटर लॉगिंग और जाम की समस्या को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर नाराजगी जताई। कई यूजर्स ने तस्वीरें और वीडियो शेयर करते हुए पूछा कि बारिश का मौसम हर साल आता है, लेकिन फिर भी प्रशासन क्यों तैयार नहीं रहता?
लोगों का कहना है कि सड़कों की सफाई और ड्रेनेज सिस्टम की मरम्मत समय पर हो तो पानी भरने की समस्या काफी हद तक रोकी जा सकती है।
प्रशासन की चुप्पी पर नाराजगी ?
अब तक इस समस्या पर स्थानीय प्रशासन या नगर निगम की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यही वजह है कि नागरिकों में रोष बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली और एनसीआर में मॉनसून से पहले ड्रेनेज नेटवर्क की सफाई और रखरखाव नहीं किया जाता, जिसके कारण थोड़ी सी तेज बारिश भी जनजीवन को ठप कर देती है। गुरुवार की बारिश ने एक बार फिर साबित कर दिया कि दिल्ली और एनसीआर में वॉटर लॉगिंग की समस्या सिर्फ मौसम की नहीं, बल्कि सिस्टम की लापरवाही का नतीजा है। जब तक प्रशासन समय रहते तैयारी नहीं करेगा, तब तक हर साल की तरह लोगों को बारिश के मौसम में परेशानी झेलनी पड़ेगी।