टू व्हीलर यात्री भी फंसे रहे जाम में
टोल को चलने वाली पुरानी कंपनी के कर्मचारी फिर बदतमीजी पर उतरे
गुरुग्राम। हरियाणा सरकार की ओर से जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हुए हैं की जी-20 को लेकर यातायात सुचारू रूप से चालू रहे लेकिन दिल्ली जयपुर हाईवे खेड़की दौला टोल नाकों पर जाम की स्थिति बनी रहती है जबकि यातायात के जुम्मेवार अधिकारी मुंह मोड़ कर खड़े रहते हैं और सड़क पर जाम बना रहता है।
एक बार फिर खेड़की दौला टोल को चलाने की जिम्मेवारी पुरानी कंपनी ने ली है और पहले भी इस कंपनी के कर्मचारी और वाहन चालकों के बीच मारपीट होती रही है क्योंकि कंपनी के कर्मचारी वाहन चालकों से बदतमीजी पर उतर आते हैं जिसके चलते आए दिन पहले भी और अभी भी कोई ना कोई घटना घटती रहती है। g20 को लेकर हरियाणा के गृह विभाग की ओर से गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर को सख्त निर्देश है की दिल्ली जयपुर हाईवे पर जाम ना लगे इसके बावजूद भी टोल पर जब से पुरानी कंपनी ने कामकाज संभाला है तब से एक बार फिर जाम की स्थिति बन गई है टोल से 500 से 700 मीटर तक वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है टू व्हीलर वाहनों को भी निकालने के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है वाहनों के बीच से टू व्हीलर वाहनों को निकालना पड़ता है और जब नाके पर टू व्हीलर वाहन बड़े वाहनों के सामने से निकलता है तो कहीं ना कहीं दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है मगर टोल चलने वाली कंपनी को ने तो जाम से कोई लेना-देना है और ना ही किसी की जान चली जाए उससे कोई लेना देना है।
अगर कोई सुविधा की बात करता है तो उसे बदतमीजी की जाती है
दिल्ली जयपुर वाले इस टोल पर अगर कोई वाहन चालक सुविधा की बात करता है तो उसके साथ बदतमीजी की जाती है नको पर पहलवान किस्म के व्यक्तियों को रखा गया है जो वाहन चालकों से आए दिन बदतमीजी करते रहते हैं जबकि कई बार यहां पर टोल कर्मचारियों द्वारा बदतमीजी करने पर गोली भी चल चुकी है और मौत भी हो चुकी है मगर इसके बावजूद भी टोल कर्मचारी अपने रवैया में सुधार नहीं कर पा रहे हैं जिससे आसपास के ग्रामीण इन कर्मचारियों के खिलाफ क्रॉस बढ़ने लगा है।
इसी कंपनी की बदतमीजी से कई दिन तक टोल पर रहा था धरना प्रदर्शन
टोल कंपनी के मालिक स्थानीय होने के कारण यहां पर अधिक बदतमीजी की जाती है क्योंकि स्थानीय युवकों को इसलिए टोल पर रखा जाता है कि वह सुविधा मांगने वाले पर हमला करें बदतमीजी करें और यही हो रहा है पिछले काफी दिनों पहले यहां पर टोल कर्मचारियों की मनमर्जी के चलते धरने प्रदर्शन एवं मारपीट हुई और आखिरकार इस कंपनी को यहां से टोल को छोड़कर जाना पड़ा। लेकिन एक बार फिर नहीं द्वारा उसे कंपनी को टोल चलाने का ठेका दिया गया है जो अभी से ही वाहन चालकों के बदतमीजी के अलावा टोल पर जाम की स्थिति रख रहे हैं जिस एंबुलेंस से लेकर इमरजेंसी गाड़ियां भी जा में फंसी रहती हैं।