डीसी अजय कुमार ने कहा कि प्रशासन के प्रयास तभी सार्थक होंगे जब जनता भी सक्रिय सहयोग देगी। उन्होंने गुरुग्रामवासियों से अपील की कि वे अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखें, कूड़ा न जलाएं और वाहन प्रदूषण को नियंत्रित रखने के लिए नियमित सर्विसिंग कराएं।
जिला प्रशासन ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए बढ़ाई सख्ती, डीसी अजय कुमार ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर दिए आवश्यक दिशा निर्देश
कूड़ा या किसी भी प्रकार के अपशिष्ट जलाने की घटनाओं पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए ग्रैप-टू के नियमों की सख्ती से पालना जरुरी – डीसी
– जिला वासियों से वायु प्रदूषण नियंत्रण करने में भागीदार बनने का किया आह्वान
गुरुग्राम, 24 अक्टूबर।
जिले में बढ़ते वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए उपायों को और सख्ती से लागू करने के उद्देश्य से डीसी अजय कुमार ने आज अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता की। लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित बैठक में उन्होंने स्पष्ट कहा कि ग्रेडिड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के दूसरे चरण में निर्धारित सभी निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीसी अजय कुमार ने कहा कि जिला गुरुग्राम में ग्रेप- टू की पाबंदी लागू हो गई हैं, जिसके लिए हमें प्रदूषण नियंत्रण उपायों को पूरी गंभीरता से अपनाना होगा। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, शहरी निकायों सहित अन्य संबंधित विभागाध्यक्षों को कड़े निर्देश दिए कि वे जिला में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाएं। सभी विभाग जिला में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक को नियंत्रित रखने लिए जमीनी स्तर पर मिलकर काम करें। डीसी ने निर्देश दिए कि शहर की सभी प्रमुख सड़कों और औद्योगिक इलाकों में धूल नियंत्रण उपायों पर विशेष ध्यान दिया जाए। संबंधित विभाग नियमित रूप से सड़कों के किनारे पेड़ों और पौधों पर पानी का छिड़काव करवाएं, ताकि धूलकणों से राहत मिल सके। जहां धूल का स्तर अधिक है, उन स्थानों पर एंटी-स्मॉग गन का प्रयोग किया जाए। एनएचएआई और नगर निगम को सड़कों व राष्ट्रीय राजमार्गों पर धूल के हॉटस्पॉट चिन्हित कर नियमित साफ-सफाई और पानी का छिड़काव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। डीसी ने पुलिस विभाग से कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाए, जिससे वायु प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित सभी विभागों को निर्माण कार्यों और औद्योगिक इकाइयों की नियमित जांच करने के निर्देश दिए तथा यह सुनिश्चित करने को कहा कि ग्रेप नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।
500 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्र में होने वाले सभी निर्माण कार्यों का विवरण ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज किया जाए।
डीसी अजय कुमार ने कहा कि कूड़ा या किसी भी प्रकार के अपशिष्ट जलाने की घटनाओं पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। विभागों को ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण विभाग यह सुनिश्चित करे कि
500 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्र में होने वाले सभी निर्माण कार्यों का विवरण ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज किया जाए। निर्माण के दौरान उत्पन्न मलबे को निर्धारित स्थल पर ही डाला जाए। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण से जुड़ी सभी गतिविधियों की निगरानी और रिपोर्टिंग नियमित रूप से की जाए, ताकि जिला प्रशासन समय पर आवश्यक निर्णय ले सके।
डीसी अजय कुमार ने कहा कि प्रशासन के प्रयास तभी सार्थक होंगे जब जनता भी सक्रिय सहयोग देगी। उन्होंने गुरुग्रामवासियों से अपील की कि वे अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखें, कूड़ा न जलाएं और वाहन प्रदूषण को नियंत्रित रखने के लिए नियमित सर्विसिंग कराएं। उन्होंने नागरिकों से यह भी अनुरोध किया कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि सभी के सम्मिलित प्रयासों से पर्यावरण की गुणवत्ता सुधारी जा सके।
बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से क्षेत्रीय अधिकारी कृष्ण यादव व आकांक्षा तंवर, डीआरओ विजय यादव सहित नगर निगम गुरुग्राम,नगर निगम मानेसर, जीएमडीए तथा एनएचएआई के अधिकारी मौजूद रहे।
