बहुकोणीय चुनावी मुकाबले की तरफ बढ़ रहा है हरियाणा
सिरसा 01 जनवरी। इसी वर्ष होने वाले हरियाणा विधानसभा के चुनाव को लेकर हरियाणवी राजनीति में सभी राजनीतिक दलों की बिसात से बहुकोणीय चुनावी मुकाबले के आसार नजर आने लगे हैं। वैसे तो हरियाणा में पंजीकृत राजनीतिक दलों की लंबी कतार है, परंतु मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में ही देखने को मिल सकता है, जबकि आम आदमी पार्टी, इनैलो, हलोपा, जजपा के मोहरे भी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। राज्य में क्षेत्रीय दलों के बढ़े आंकड़े चुनावी समीकरण प्रभावित कर सकते हैं। संभावनाएं तो ऐसी भी नजर आ रही है कि लोकसभा के साथ हरियाणा विधानसभा चुनाव भी हो सकते हैं। किस किस राजनीतिक दल का किस किस से तालमेल हो सकता है,यह तो अभी स्पष्ट नहीं है। वर्तमान में भाजपा का जजपा से तालमेल है, भविष्य में भी यह तालमेल बरकरार रहेगा,इस प्रश्न का उत्तर प्रश्न के गर्भ में है? सत्तारुढ़ भाजपा, जहां अंदरूनी चपेट में हैं, वहीं कांग्रेसी कलह भी जगजाहिर है। कांग्रेस और भाजपा की मौजूदा राजनीतिक स्थिति का राजनीतिक लाभ आम आदमी पार्टी को मिल सकता है। पिछले विधानसभा चुनाव दौरान भाजपाई ध्वज उठाने वाले कई राजसी दिग्गजों का हृदय परिवर्तन भी हो सकता है। भाजपा और कांग्रेस का फोकस उन विधानसभा क्षेत्रों पर बन रहा है, जहां से उनके प्रतिनिधि बहुत कम वोटों से पिछड़ गए थे। भाजपा “हैट्रिक” लगाने का स्वप्न देख रही है, तो कांग्रेस भाजपाई स्वप्न पर “ग्रहण” लगाने के लिए जद्दोजहद कर रही है। हरियाणवी राजनीति लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव में क्या करवट लेगी,यह तो आने वाला समय ही बताएगा, मगर चुनाव लडने के इच्छुको का बढ़ता आंकड़ा बहुकोणीय तस्वीर दर्शाता नजर आ रहा है?