वाराणसी, 23 फरवरी 2024 । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी के दो दिवसीय दौरे पर हैं। अब से कुछ देर पहले उन्होंने बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में काशी सांसद ज्ञान प्रतियोगिता, काशी सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता और काशी सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किये। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी काशी संस्कृत और साइंस का संगम है। उन्होंने कहा कि आज काशी का नाम विश्व भर में गूँज रहा है। उन्होंने कहा कि मेरे महादेव की कृपा बराबर बनी हुई है और यही वजह है कि यहां विश्वस्तरीय सुविधाओं का लगातार निर्माण हो रहा है। ,उन्होंने कहा बाबा जे चाह लेलेल, ओका कौन रोक पालेला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे काशी के लोगों को मैं विश्वास दिलाता हूँ कि आने वाली भविष्य में यहां की संस्कृति और विरासत का प्रसार दो गुनी तेजी से होगा। विकास कार्यों को लेकर उन्होंने मौजूद लोगों से पूछा कि आप खुद बताइये कि बीते 10 साल में यहां काम हुआ कि नहीं। इसके जवाब में सभी ने हर-हर महादेव का उद्घोष किया। पीएम मोदी अपने काशी प्रवास में तकरीबन 13 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे।
प्रधानमंत्री की प्रेरणा व प्रयास से संयुक्त अरब अमीरात में बना पहला हिंदू मंदिरः सीएम योगी
सीएम योगी ने शुक्रवार को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में आयोजित सांसद खेलकूद, सांसद संस्कृत प्रतियोगिता, सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण को संबोधित किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 500 वर्षों के प्रभु श्रीरामलला के वनवास के कालखंड को समाप्त कर अयोध्या धाम में अपनी दूरदर्शिता, वचनबद्धता और कर कमलों से प्रभु को विराजमान कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी आए हैं। अयोध्या धाम के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा व प्रयास से संयुक्त अरब अमीरात में पहला हिंदू मंदिर बना है। गत सप्ताह ही उसका लोकार्पण कर पीएम काशी में पधारे हैं। काशी मंदिरों का ही शहर है। अब काशी की आभा वैश्विक मंच पर सांस्कृतिक रूप से बुलंद हो रही है। अबूधाबी में बना मंदिर भी इसका नया उदाहरण है। पीएम का दुनिया की सबसे प्राचीन सांस्कृतिक नगरी काशी में ऐसे समय में आगमन हो रहा है, इसलिए सबसे प्राचीन सांस्कृतिक नगरी में काशीवासियों की तरफ से पीएम का जोरदार अभिनंदन करता हूं।
जब दुनिया सोती है तो पीएम जगकर सड़कों पर आपके हित में कार्य करते हैं
सीएम ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में आध्यात्मिक व सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखते हुए काशी नए कलेवर के रूप में दुनिया के सामने आई है। कल रात्रि 11 बजे भी लोकप्रिय सांसद के रूप में सड़क पर अपने संसदीय क्षेत्र काशी में रहकर प्रधानमंत्री को आप सभी ने विकास कार्यों का अवलोकन करते हुए देखा होगा। रात्रि 11 बजे जब दुनिया सोती है, तब प्रधानमंत्री जी जगकर आपके हित में कार्य कर रहे थे। यह बताता है कि राजनेता कैसे जनमानस का विश्वास अर्जित कर सकता है। प्रधानमंत्री ने विकास के साथ काशी को नया रूप और हर तबके को मंच भी दिया है। पहली बार देश के जनप्रतिनिधियों के सामने सांसद खेलकूद, सांसद सांस्कृतिक, संस्कृत वेद व फोटोग्राफी की भी प्रतियोगिता के माध्यम से उन्होंने उदाहरण प्रस्तुत किया।
सांसद के रूप में काशी की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा प्रदान कर रहे पीएम
सीएम योगी ने कहा कि यह प्रेरणादायी अवसर है। अमूमन जनप्रतिनिधि का मतलब विकास के लिए प्रयास करना होता है, लेकिन प्रधानमंत्री का नियमित रूप से सांसद के रूप में काशी से जुड़ाव है। वे काशीवासियों के हितों के लिए कार्य करते हुए यहां की पुरातन आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा प्रदान कर रहे हैं। ऐसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से समाज के अलग-अलग तबके के लोगों को जोड़कर कार्यक्रमों को नया स्वरूप प्रदान कर रहे हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के सभागार में श्रद्धेय मालवीय जी की विरासत को याद किया जा रहा है।
कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय, काशी विद्वत परिषद के अध्यक्ष प्रो. वशिष्ठ त्रिपाठी, प्रदेश सरकार के मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, रवींद्र जायसवाल, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।