
दिल्ली डेस्क
पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने भाषण में भारतीयों से भारत में बनी चीजों का समर्थन करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि देश की तेजी से विकास की गति उसकी आर्थिक वृद्धि से जुड़ी हुई है और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काम करना आवश्यक है।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम
– पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय तकनीकी कंपनियों ने वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाई है और अब समय आ गया है कि हम भारत की जरूरतों को प्राथमिकता दें।
– उन्होंने स्थानीय उत्पादों का समर्थन करने और स्वदेशी को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
– पीएम मोदी ने कहा कि देश की आर्थिक वृद्धि के लिए मेक इन इंडिया पहल महत्वपूर्ण है और इससे देश में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं।
मेक इन इंडिया की सफलता
– मेक इन इंडिया पहल के तहत देश में विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
– इस पहल के तहत देश में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, फार्मास्यूटिकल्स और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ा है।
– पीएम मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया पहल से देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी
पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में स्वदेशी चीजों पर जोर देने और विदेशी उत्पादों से बचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमें स्थानीय उत्पादों का समर्थन करना होगा और विदेशी वस्तुओं से दूर रहना होगा।
पीएम मोदी के बयान के मुख्य बिंदु:
– स्वदेशी उत्पादों का समर्थन: पीएम मोदी ने लोगों से स्थानीय उत्पादों का समर्थन करने और विदेशी वस्तुओं से बचने का आग्रह किया।
– विदेशी गणेश मूर्तियों पर टिप्पणी: उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी के अवसर पर भी विदेशी गणेश मूर्तियों का आयात किया जा रहा है, जो सही नहीं है।
– आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमें स्थानीय उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करना होगा और विदेशी वस्तुओं पर निर्भरता कम करनी होगी।
– स्थानीय व्यापारियों का समर्थन: उन्होंने स्थानीय व्यापारियों से आग्रह किया कि वे विदेशी वस्तुओं का विक्रय बंद करें और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दें।
– विदेशी वस्तुओं की पहचान: पीएम मोदी ने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने घर में उपयोग होने वाली विदेशी वस्तुओं की पहचान करें और उन्हें स्थानीय उत्पादों से बदलें ¹ ².
पीएम मोदी के इस बयान के पीछे का उद्देश्य:
पीएम मोदी का यह बयान भारत को आत्मनिर्भर बनाने और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से है। उनका मानना है कि अगर हम स्थानीय उत्पादों का समर्थन करेंगे और विदेशी वस्तुओं से बचेंगे, तो हम भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बना सकते हैं और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर सकते हैं