Parliament News : राज्यसभा मे मलिका अर्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा, जिस से पुरे सभा मे हंगामा मच गया
Parliament News : राजयसभा में मलिकअर्जुन खड़गे ने आज सरकार पर जमकर निशाना साधा ! खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि लोगों को बाटना ,झूठ पर झूठ बोलना पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने किया है ! नीट पेपर लीक मामले में विपक्ष का प्रहार लगातार जारी है ! इस बीच संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हो रही है.
लोकसभा में सत्ता पक्ष की ओर से अनुराग ठाकुर ने चर्चा की शुरुआत की तो वही दूसरी तरफ राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बहस की शुरूआत की. मलिका अर्जुन खड़गे ने स्रक्रत को टारगेट करते हुए ये तक कहा कि हम जहां एक तरफ किसानो की बात करते है वही दूसरी तरफ मोदी जी भैंस खोल ले जाने की बात करते हैं!
हम बीजेपी के बांटने की बात करते हैं तो मोदीजी औरंगजेब की बात करने लगते हैं, हम पेपरलीक की बात करते हैं तो मोदीजी मंगलसूत्र की बात करने लगते हैं. हम रोजगार की बात करते हैं तो मोदीजी मन की बात करने लगते हैं. इतिहास को लेकर निर्णय लेने में जनता सक्षम है. असत्य बोलना, लोगों को बांटना, ये सब काम पहली बार हुआ है क्युकी ऐसा काम पहले किसी प्रधानमंत्री ने किया नहीं।
खड़गे ने पीएम के संपत्ति बांटने वाले बयान समेत पीएम के चुनावी संबोधनों का जिक्र करते हुए विपक्षी दलों को इंसल्ट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम ने कहा कि अगर इनको अपने वोटबैंक के सामने मुजरा करना है तो करें. इस पर सदन में हंगामा हो गया. सरकार को टारगेट करते हुए सिराने अंदाज में खड़गे ने कहा कि सच बोलने वाले अक्सर बहुत ही कम बोलते हैं, झूठ बोलने वाले निरंतर, हरदम बोलते हैं। एक सच के बाद और सच की जरूरत नहीं होती, एक झूठ के बाद सैकड़ों झूठ आदतन बोलते हैं।
प्रधानमंत्री मोदीजी की अमृतवाणी है, इसे मैंने यहां रखा, यदि आपको दुख हुआ या उनको दुख हुआ तो क्षमा चाहता हूं. खड़गे ने पीएम मोदी को स्लोगन देने में माहिर भी बता दिया ! , उन्होंने आगे कहा, ‘2024 का चुनाव अहंकार तोड़ने वाला चुनाव था। प्रधानमत्री ने बोलै था की मैं अकेला सब पे भारी पर मैँ ये पहुंचना चाहता हु की अब एक अकेले पर कितने भारी है। चुनाव के नतीजों ने दिखा दिया की देश का सविधान और जनता सब पर भारी है।
इसके बाद खड़गे ने कहा की 15 विभूतियों की मूर्ति हटा कर पीछे रख दी। हमे आज़ादी दिलाये महात्मा गाँधी आंबेडकर जी और हमे क्या किया हमने छत्रपति शिवजी की मूर्ति को हटाकर पीछे कर दी है।