
इस पर बात करते है और आपको भी बताते है दरअसल आज। सुबह उन्होंने महात्मा गांधी को राजघाट पर श्रद्धांजलि दी, फिर लाल क़िले की प्राचीर से राष्ट्रध्वज फहराया और 12वें बार राष्ट्र को संबोधित किया।
उन्होंने स्वतंत्रता दिवस को “आशा और उम्मीदों का पर्व” बताया और लोगों को “विकसित भारत” की दिशा में उत्साहपूर्वक आगे बढ़ने का आह्वान किया। ऑपरेशन सिंदूर के बहादुरीपूर्ण प्रयासों की वे सराहना की, जिसमें आतंकवादियों के ठिकानों पर भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन हुआ। उन्होंने कहा कि इसी आत्मनिर्भर शक्ति से ये कार्रवाई संभव हुई। मोदी ने विदेशी निर्भरता की खतरनाक संभावना पर चेताया, विशेषकर ऐसे समय में जब अमेरिका ने भारत पर उच्च शुल्क लगाने की स्थिति पैदा की है। उन्होंने घरेलू उद्योगों को मजबूत करने, स्थानीय उत्पाद (Vocal for Local) को बढ़ावा देने और डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे UPI का विस्तार करने पर बल दिया। GST में सुधार: अगले दिवाली तक ‘नेक्स्ट-जेनरेशन GST’ लागू करने की घोषणा की, जिसका उद्देश्य रोज़मर्रा की चीजों पर कर भार कम करना है। उन्होंने एक नया स्वदेशी मिसाइल रक्षा तंत्र लॉन्च करने की घोषणा, जिसका लक्ष्य सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना है।साल के अंत तक भारत निर्मित सेमीकंडक्टर बाजार में उपलब्ध कराने की योजना पर जोर दिया। स्वदेशी अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की महत्त्वाकांक्षी योजना का जिक्र।”दाम कम, पर दम ज्यादा” का जुमला दिया — मतलब, भारतीय उत्पाद किफायती होने के साथ विश्वसनीय गुणवत्ता के भी होने चाहिए।
– किसानों, मत्स्यपालकों और पशुपालक समुदायों का विशेष उल्लेख करते हुए, उनकी रक्षा करने की प्रतिबद्धता जताई। स्वतंत्रता के 100 वर्ष यानी 2047 तक “विकसित भारत” की कल्पना प्रस्तुत की। यह उद्देश्य आत्मनिर्भरता, समावेशी विकास और प्रौद्योगिकी नेतृत्व पर आधारित है। इस दौरान Google ने इस मौके पर क्रिकेट, शतरंज, सिनेमा और अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को दर्शाता हुआ विशेष डूडल जारी किया। पूरा देश “हर घर तिरंगा” अभियान के तहत तिरंगे से सज गया।