
टेंशन अब यात्रियों को सताने लगी है बिहार आने वाली ट्रेनों में रिजर्वेशन फुल यात्री टिकट की बुकिंग की कतार में
टेंशन अब यात्रियों को सताने लगी है
बिहार आने वाली ट्रेनों में रिजर्वेशन फुल
यात्री टिकट की बुकिंग की कतार में
दिल्ली 1 सितम्बर।
केंद्रीय रेल मंत्रालय की तरफ से बिहार में चलने वाली स्पेशल ट्रेन बढ़ाने का आश्वासन तो दिया गया है लेकिन त्योहारों के सीजन के चलते अभी से ही अन्य प्रदेशों में रोजगार पाने वाले परिवार अपने प्रदेश में जाने के लिए टिकट बुक करने की कतार में लगे हुए हैं वहीं सबसे अधिक उत्तर प्रदेश और बिहार में चलने वाली ट्रेन की टिकट अभी से ही मिलना मुश्किल होती जा रही है रेगुलर ट्रेन में तो आना जाना बड़ा मुश्किल होता नजर आ रहा है लेकिन सरकार की तरफ से कहा गया है बिहार और उत्तर प्रदेश में अगर जरूरत पड़ती है तो स्पेशल ट्रेन चलाई जाए लेकिन इसके बावजूद दिल्ली मुंबई बैंगलोर और पंजाब से आने वाली ट्रेनों में अभी से ही 18 अक्टूबर तक सभी सिम फुल हो गई है इतना ही नहीं दिल्ली से बिहार आने वाली कई ट्रेन जैसे की स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस गरीब रथ बिहार संपर्क क्रांति और लिच्छवी एक्सप्रेसवे में 18 अक्टूबर तक रिजर्वेशन फुल हो चुका है वहीं दूसरी तरफ बिहार आने वाली अन्य ट्रेनों जैसे कि हावड़ा दरभंगा एक्सप्रेस वे गंगासागर एक्सप्रेस पवन एक्सप्रेसवे के साथ अन्य ट्रेनिंग में ही इस समय स्थिति सही नहीं है अधिकतर ट्रेनों की बुकिंग तकरीबन पूरी हो चुकी है।
क्योंकि दिवाली के त्यौहार के नजदीक अन्य त्योहार भी अधिक होते हैं जिसके चलते एक दूसरे प्रदेश से अपने परिवार व अपने घर जाने वालों की टिकट बुक होने लग जाती है मगर अब की बार एक महीना पहले से ही बिहार मुंबई पंजाब उत्तर प्रदेश गोवा अन्य प्रदेशों में जाने वाली ट्रेनों में अभी से टिकट फुल हो गई है लेकिन देखना यह है केंद्रीय रेल मंत्रालय की ओर से यह कहा गया है कि अगर जरूरत पड़ी तो और नई ट्रेन इन रूटों पर चलाई जाएगी जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो मगर अभी तो इस समय अपने-अपने प्रदेश में जाने के लिए यात्री टिकट की बुकिंग की कतार में लगे हुए हैं।
इसी महीने नवरात्रि शुरू हो जाएंगे दिवाली भी है और छठ पूजा का भी तोहर नजदीक है इसके चलते बिहार आने वाली ट्रेनों में सीट फुल हो रही है दिल्ली मुंबई बेंगलुरु और अहमदाबाद से बिहार आने वाली ट्रेनों में रिजर्वेशन फुल हो चुका है इसके अलावा ट्रेनों में वेटिंग भी नहीं है ऐसी स्थिति में यात्रियों को आप टेंशन शुरू हो गई है आखिर का वह अपने प्रदेश में अपने परिवार से कैसे मिलेंगे कैसे जाएंगे यह टेंशन अब यात्रियों को सताने लगी है सरकार दावा जरूर कर रही है लेकिन सरकार के दावे सक्सेस होंगे या नहीं होंगे यह तो ट्रेन चलने के बाद ही पता चल पाएगा लेकिन इस समय स्थिति की बड़ी खराब बताई जा रही है।