Railways: पीएम ने 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की नींव रखी, बोले- आज के भारत ने छोटे सपने देखना छोड़ दिया
नई दिल्ली 26 फ़रवरी 2024| पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 41,000 करोड़ रुपये से अधिक की लगभग दो हजार रेलवे और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज का दिन रेलवे के लिए एक ऐतिहासिक बताया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास और 1500 रोड ओवर ब्रिज/रोड अंडर ब्रिज की आधारशिला रखी। इसके अलावा पीएम ने उत्तर प्रदेश में गोमती नगर स्टेशन का भी उद्घाटन किया।
छोटे सपना देखना छोड़ा
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज का ये कार्यक्रम नए भारत की नई कार्य संस्कृति का प्रतीक है। आज भारत जो करता है, अभूतपूर्व स्पीड से करता है। आज भारत जो भी करता है..अभूतपूर्व पैमाने पर करता है। आज के भारत ने छोटे-छोटे सपने देखना बंद कर दिया है। हम बड़े-बड़े सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। यही संकल्प इस विकसित भारत, विकसित रेलवे कार्यक्रम में दिख रहा है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज के दिन को रेलवे के लिए ऐतिहासिक दिन बताया. उन्होंने सोमवार सुबह कहा था कि आज दोपहर 12.30 बजे देश को हजारों करोड़ रुपये की सौगात मिलेगी, जिसमें कई रेलवे और बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाएं शामिल हैं.
आपको बता दें, पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 41,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की करीब दो हजार रेलवे और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया.
पीएम मोदी का मंत्र
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘आज हमारी रेलवे के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर 41,000 करोड़ रुपये से अधिक की दो हजार रेलवे और बुनियादी ढांचा परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की जाएंगी। यात्रा के अनुभव को बढ़ाने के लिए, अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 553 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। इन स्टेशनों की आधारशिला रखी जाएगी। पूरे भारत में ओवरब्रिज और अंडरपास का भी उद्घाटन किया जाएगा। ये कार्य लोगों के लिए ‘ईज ऑफ लिविंग’ को आगे बढ़ाएंगे।’
स्टेशनों पर यात्रियों को मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 533 रेलवे स्टेशनों को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से चुना गया है। स्टेशनों का 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा। स्टेशनों पर यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इनमें छत, प्लाजा, सुंदर भूदृश्य, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, बेहतर आधुनिक फेकेड, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, कियोस्क, फूड कोर्ट आदि शामिल हैं। इन्हें पर्यावरण और दिव्यांगों के अनुकूल विकसित किया जाएगा। स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।
दिल्ली-पंजाब सहित कई राज्यों में होगा रेलवे का पुनर्विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के कई हिस्सों में रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) और अंडरपास की आधारशिला रखेंगे. निर्माण कार्य पूरा होने के बाद वह समपार फाटकों का भी उद्घाटन करेंगे।इनमें दिल्ली का तिलक ब्रिज रेलवे स्टेशन भी शामिल है। इस कार्यक्रम के तहत उत्तर रेलवे के 92 आरओबी व आरयूबी जिसमें 56 उत्तर प्रदेश में, 17 हरियाणा में, 13 पंजाब में, दिल्ली में चार, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में एक-एक शामिल है। लखनऊ मंडल में 43, दिल्ली मंडल में 30, फिरोजपुर मंडल में 10, अंबाला मंडल में सात और मुरादाबाद मंडल में दो आरओबी व आरयूबी का शिलान्यास किया जाएगा। दरअसल लेवल क्रॉसिंग को खत्म करना ट्रेन संचालन के लिए प्राथमिकता है।
फाटक व्यवस्था को खत्म करने की दिशा में काम
गौरतलब है कि मानवयुक्त समपार फाटकों को खत्म की दिशा में रेलवे तेजी से काम कर रहा है। इससे ट्रेनों की रफ्तार ही नहीं तेज होगी बल्कि रेल और सड़क यातायात अलग हो जाएंगे। ट्रेन की आवाजाही में भी बाधा नहीं होगी और शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलती रहेगी। समपार फाटकों पर ट्रॉली, ट्राला व अन्य वाहनों की भीड़ भी ट्रेनों के आवगमन के कारण नहीं होगी। इससे दुर्घटनाओं में तो कमी आएगी ही, साथ ही ट्रेन से यात्रा के समय को कम किया जा सकेगा।
मानवयुक्त समपार फाटकों के खत्म होने से मालगाड़ी की आवाजाही को सुविधाजनक बनाकर आर्थिक गतिविधि को प्रोत्साहित किया जाएगा। रेलवे क्रॉसिंग पर प्रतीक्षा कर रहे वाहन शहर के प्रदूषण को बढ़ावा देते है। निर्माण पूरा होने पर पर्यावरण प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सकेगा। रेलवे रोजाना औसतन 1,200 से अधिक पैसेंजर व एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन करता है। इससे प्रतिदिन दो करोड़ यात्री सफर करते हैं।