
भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन इस साल बेहद खास रहने वाला है। 9 अगस्त 2025 को यह त्योहार न केवल भाई-बहन के रिश्ते को और मजबूत करेगा, बल्कि इस बार के रक्षाबंधन पर तीन विशेष शुभ योगों का संयोग बन रहा है। यह योग हैं—सौभाग्य योग, शोभन योग और सर्वार्थ सिद्धि योग। ज्योतिषियों के अनुसार, इन शुभ योगों में किया गया हर कार्य मंगलकारी और फलदायी होता है। पंचांग के अनुसार, इस बार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 05:47 बजे से दोपहर 01:24 बजे तक रहेगा। यानी बहनों के पास अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए कुल 7 घंटे 37 मिनट का समय होगा। रक्षाबंधन के दिन कई बार भद्रा काल के कारण राखी बांधने में सावधानी बरतनी पड़ती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। 9 अगस्त को भद्रा काल का कोई प्रभाव नहीं रहेगा, जिससे पूरे दिन राखी बांधना शुभ रहेगा। ज्योतिष मान्यता के अनुसार, भद्रा काल में शुभ कार्यों से बचना चाहिए, इसलिए इस बार सभी भाई-बहन बिना किसी बाधा के सुबह से ही राखी का त्योहार मना पाएंगे रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम, विश्वास और सुरक्षा के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और उसकी लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और सफलता की कामना करती हैं। बदले में भाई अपनी बहन को उपहार देकर उसकी रक्षा का वचन देता है।
पूजा-विधि
सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
पूजा की थाली में राखी, रोली, चावल, दीपक, मिठाई और नारियल रखें।
भगवान गणेश और भगवान विष्णु की पूजा कर भाई को तिलक लगाएं।
रक्षा सूत्र (राखी) बांधते समय भाई की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करें।
भाई बहन को उपहार देकर आशीर्वाद लें।
शुभ योगों का प्रभाव
सौभाग्य योग: सुख, शांति और समृद्धि लाने वाला योग।
शोभन योग: परिवार में सौहार्द और आनंद बढ़ाने वाला योग।
सर्वार्थ सिद्धि योग: सभी कार्यों में सफलता दिलाने वाला दुर्लभ योग।
इस बार का रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते में और भी मिठास घोलने वाला है, क्योंकि यह पर्व न केवल बिना भद्रा काल के मनाया जाएगा, बल्कि तीन शुभ योगों का संयोग भी इसे अत्यंत मंगलकारी बना देगा। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि इस अवसर पर किया गया हर शुभ कार्य दीर्घकालिक सकारात्मक फल देगा।