सिंघु बॉर्डर पर किसान संगठनों का गठबंधन, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM), आज शहीद भगत सिंह की जयंती को कॉर्पोरेट विरोधी दिवस के रूप में मनाने जा रहा है। इस अवसर पर SKM ने भगत सिंह की विचारधारा को याद करते हुए कॉर्पोरेट दबाव और उनके प्रभाव को चुनौती देने का संकल्प लिया है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय कृषि में कॉर्पोरेट प्रभाव के खिलाफ जागरूकता फैलाना और किसानों के अधिकारों की रक्षा करना है। SKM के नेताओं का कहना है कि शहीद भगत सिंह ने अन्याय और असमानता के खिलाफ संघर्ष किया, और आज की कृषि नीति में कॉर्पोरेट तत्वों के प्रभाव के खिलाफ भी वही विचारधारा प्रासंगिक है।
SKM ने इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जिसमें जनसभाएं, रैलियां और संवाद सत्र शामिल हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से किसान संगठन आम जनता को कॉर्पोरेट कृषि नीतियों के नुकसान के बारे में अवगत कराएंगे और किसानों की समस्याओं को उजागर करेंगे।
किसान आंदोलन के दौरान, SKM ने कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी आवाज उठाई थी, जो कॉर्पोरेट हितों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते रहे हैं। शहीद भगत सिंह की जयंती पर कॉर्पोरेट विरोधी दिवस मनाने का यह कदम किसानों के हक में एकजुटता और संघर्ष की भावना को और मजबूत करने का प्रयास है।
इस दिन, SKM शहीद भगत सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए यह संदेश देने की कोशिश करेगा कि वे किसान आंदोलन में कॉर्पोरेट के प्रभाव के खिलाफ खड़े हैं और उनके विचारों को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। यह कार्यक्रम न केवल किसानों के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा, बल्कि शहीद भगत सिंह की विचारधारा को भी पुनर्जीवित करेगा।