
धराली आपदा में भावुक पल: बचाव के बाद महिला ने मुख्यमंत्री धामी को बांधी राखी
धराली में आई भीषण आपदा के बीच एक ऐसा मार्मिक दृश्य सामने आया जिसने सभी को भावुक कर दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान अहमदाबाद से गंगोत्री दर्शन के लिए आई धनगौरी बरौलिया और उनका परिवार आपदा में फंस गया था।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चलाए गए त्वरित राहत और बचाव कार्यों के चलते धनगौरी और उनके परिजनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। बचाव के बाद धनगौरी ने आभार जताने का अनोखा तरीका अपनाया—उन्होंने अपनी साड़ी का किनारा फाड़कर मुख्यमंत्री धामी की कलाई पर राखी बांधी और उन्हें धन्यवाद दिया।
इस भावुक पल को देखकर मौके पर मौजूद लोग भी भावनाओं से भर उठे। यह घटना न केवल आपदा प्रबंधन में त्वरित कार्रवाई का उदाहरण बनी, बल्कि मानवता और भाईचारे का भी संदेश दे गई। उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में आई भीषण आपदा के बीच शुक्रवार को एक ऐसा दृश्य सामने आया जिसने सभी का दिल छू लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और राहत कार्यों की निगरानी के लिए पहुंचे थे। इस दौरान अहमदाबाद से गंगोत्री दर्शन के लिए आई धनगौरी बरौलिया और उनका परिवार आपदा में फंस गया था। गंगोत्री यात्रा के दौरान अचानक आई आपदा ने कई यात्रियों और स्थानीय लोगों को मुश्किल में डाल दिया। तेज बारिश और भूस्खलन के कारण सड़कों पर मलबा और पत्थर गिरने लगे, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। इन्हीं यात्रियों में धनगौरी बरौलिया भी अपने परिवार के साथ शामिल थीं। मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए। स्थानीय पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने कठिन परिस्थितियों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। धनगौरी और उनके परिजनों को भी इस अभियान के दौरान सुरक्षित निकाला गया। सुरक्षित बचाए जाने के बाद धनगौरी ने मुख्यमंत्री धामी के प्रति आभार व्यक्त करने का एक अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने अपनी साड़ी का किनारा फाड़कर मुख्यमंत्री की कलाई पर राखी बांधी और भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक यह बंधन देकर उनका धन्यवाद किया। इस भावुक क्षण ने मौके पर मौजूद सभी लोगों की आंखें नम कर दीं। यह घटना केवल एक आपदा राहत मिशन का हिस्सा नहीं रही, बल्कि इसने यह भी साबित किया कि संकट की घड़ी में इंसानियत और भाईचारा सबसे बड़ी ताकत है। मुख्यमंत्री धामी ने भी इस भावुक पल को यादगार बताते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार हर संभव प्रयास करेगी कि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द सामान्य जीवन में लौटाया जा सके।