- गुरुग्राम के कई अस्पतालों में डॉक्टरों की पर्ची पर सप्लाई होता था नकली कैंसर का इंजेक्शन
- पानीपत निवासी को नकली इंजेक्शन लिखने वाले डॉक्टर की तलाश
गुरुग्राम।
देश की राजधानी के साथ लगते हुए गुरुग्राम जहां मेडिकल हब बना हुआ है, वही बड़े-बड़े अस्पतालों में विदेशी मरीजों की संख्या बढ़ रही है. वहीं पर कैंसर के नकली इंजेक्शनों की सप्लाई की जा रही है, जिससे मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. ड्रग इंस्पेक्टर अमनदीप सिंह चौहान मुख्यमंत्री उड़नदस्ता एसीपी इंदरजीत सिंह कि संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना पर गुरुग्राम के आर्टेमिस हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती एक मरीज को नकली कैंसर का इंजेक्शन देने वाले की सूचना मिली और संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना पर बांग्लादेशी कैंसर का नकली इंजेक्शन लेकर जैसे ही आर्टेमिस हॉस्पिटल पहुंचा उसी समय संयुक्त टीम ने उसे दबोच लिया.
ड्रग इंस्पेक्टर अमनदीप सिंह चौहान ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया मुख्यमंत्री उडन दस्ता, ड्रग्स विभाग की सयुक्त टीम के द्वारा सैक्टर 52 गुरूग्राम में कैंसर के नकली इंजेक्शन बेचने पर रेड की गई और कार्यवाही की गई. मुख्यमंत्री उड़न दस्ता गुरुग्राम को गुप्त सूचना मिली कि आर्टेमिस हॉस्पिटल के सामने सेक्टर 52 गुरुग्राम में एक कैंसर पीड़ित मरीज के लिए ढाई लाख रुपए में कैंसर का नकली इंजेक्शन सप्लाई किया जायेगा. जिस पर टीम मौके पर पंहुची तो सुचना सही थी.
जहां पर इंजेक्शन सप्लाई करने वाले संदीप भुई पुत्र गौरी शंकर भूई वासी कोलकाता पश्चिमी बंगाल हाल किराएदार न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी दिल्ली को कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाले defibrotide इंजेक्शन के साथ पकड़ा गया, जिसके पास किसी भी प्रकार का कोई बिल नहीं था. जिसने पूछताछ में बताया की यह इंजेक्शन मोतीउर रहमान अंसारी वासी जामिया नगर साउथ दिल्ली के द्वारा मुझे भेज कर सप्लाई करवाया है. मैं मोतीउर रहमान अंसारी के पास नौकरी करता हूं. आरोपी ने बताया कि उपरोक्त मरीज के लिए 4 बॉक्स इंजेक्शन जिसमे एक बोक्स में 10 इंजेक्शन होते हैं. मैं पहले भी दे चुका हूं. जिनकी कीमत 10 लाख रुपए ली गई थी.
जिसको ड्रग्स एंड कंट्रोल ऑफिसर सेक्टर 45 गुरूग्राम के द्वारा सच्चाई जानने के लिए इस इंजेक्शन के बारे में पता किया गया तो यह इंजेक्शन इटली से सप्लाई होता है. जब इटली कंपनी को ड्रग्स विभाग के द्वारा उनकी मेल के द्वारा सूचित किया गया तो इटली कंपनी ने ड्रग्स विभाग द्वारा भेजी गई ईमेल के माध्यम से अपना रिप्लाई दिया कि यह इंजेक्शन नकली है.
जिसके आधार पर ड्रग्स विभाग के द्वारा आरोपी संदीप भुई व इस पूरे दवाई माफिया रैकेट का सरगना मोतिउर रहमान अंसारी के खिलाफ ड्रग्स विभाग के नियमों के तहत कार्यवाही की जा रही है. आरोपी संदीप भुई पुत्र गौरी शंकर भूई को मौके से गिरफ्तार किया गया व इस पूरे रैकेट के सरगना मोतीउर रहमान अंसारी की तलाश जारी है. वहीं डब्ल्यूएचओ के द्वारा भी इस प्रकार के नकली इंजेक्शन के बारे में अलर्ट जारी किया हुआ है.
इस प्रकार से अवैध रूप से नकली इंजेक्शन व दवाईयां बेचने व सप्लाई करके रैकेट चलाकर अवैध रूप से लाखों रूपये कमाने वालों पर आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी. अब तक की जांच में मालूम हुआ है कि आरोपी इस प्रकार से नकली इंजेक्शन बेचकर लाखों रूपये कमा चुके है. इस पूरे रैकेट में और कौन कौन शामिल है, इसकी जांच की जायेगी.
गुरुग्राम के सेक्टर 52 में मुकदमा दर्ज कर आरोपी का मेडिकल कराकर पूछताछ की जा रही है.