VIP सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण बदलाव
नई दिल्ली , हाल ही में, केंद्र सरकार ने VIP सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण बदलाव का निर्णय लिया है। अब से, VIP सुरक्षा में NSG (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) कमांडो की जगह सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के कमांडो तैनात किए जाएंगे। इस आदेश के अनुसार, NSG कमांडो अब VIP सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे, जो कि सुरक्षा व्यवस्था में एक बड़ा परिवर्तन है।
VIP सुरक्षा की वर्तमान स्थिति
भारत में वर्तमान में 9 VIP व्यक्तियों को जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त है, जिसमें कई प्रमुख राजनीतिक नेता शामिल हैं, जैसे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मायावती, अखिलेश यादव, राजनाथ सिंह। इन नेताओं की सुरक्षा में NSG कमांडो तैनात थे, जो उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं।
बदलाव के पीछे की वजह
केंद्र सरकार का यह निर्णय सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। NSG विशेष परिस्थितियों में तैनात होता है और उनकी उपस्थिति आमतौर पर उच्च जोखिम वाली स्थितियों में होती है। CRPF कमांडो, जो कि देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, अब VIP सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे।
CRPF की भूमिका
CRPF कमांडो न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सक्षम हैं, बल्कि उन्हें आतंकवाद और अन्य खतरों से निपटने का व्यापक अनुभव भी है। उनका तैनात होना VIP सुरक्षा में एक नई दिशा की ओर संकेत करता है। इस बदलाव से सुरक्षा बलों की कार्यकुशलता में वृद्धि होने की उम्मीद है।
संभावित प्रभाव
इस निर्णय का प्रभाव न केवल VIP सुरक्षा पर पड़ेगा, बल्कि इससे देश की समग्र सुरक्षा नीति पर भी असर डाल सकता है। CRPF की व्यापक उपस्थिति और प्रशिक्षण के कारण, यह बदलाव सुरक्षा के स्तर को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
दिलचस्प होगा कि इस बदलाव का प्रभाव समय के साथ कैसा होता है
केंद्र सरकार द्वारा की गई यह व्यवस्था VIP सुरक्षा को और अधिक मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बदलाव का प्रभाव समय के साथ कैसा होता है और क्या इससे देश में सुरक्षा की स्थिति में सुधार होता है।