
केंद्रीय मंत्री ने शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रक्तदान न केवल मानव जीवन को बचाने का कार्य है, बल्कि यह एक प्रकार की राष्ट्र सेवा भी है। उन्होंने कहा कि रक्तदान को केवल एक दान के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए,
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा ने ओम शांति रिट्रीट सेंटर में विशाल रक्तदान अभियान 2025 का किया शुभारंभ
– केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, रक्तदान भी है एक प्रकार की राष्ट्र सेवा
– आयोजन संस्था का देशव्यापी अभियान के तहत 22 से 25 अगस्त के बीच एक लाख से अधिक ब्लड यूनिट्स जुटाने का है लक्ष्य
गुरुग्राम, 17 अगस्त।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा ने गुरुग्राम के बहोड़ा कला स्थित ब्रह्मकुमारी ओम शांति रिट्रीट सेंटर में आयोजित विशाल रक्तदान अभियान 2025 का शुभारंभ किया। यह अभियान समाज सेवा प्रभाग और ब्रह्मकुमारी के दिल्ली जोन के तत्वावधान में आयोजित किया गया है और इसमें भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी एवं भारतीय रक्त आधान एवं प्रतिरक्षा रक्त विज्ञान सोसाइटी का सहयोग शामिल है।
इस अभियान के अंतर्गत 22 से 25 अगस्त तक देशभर के विभिन्न क्षेत्रों और शिक्षण संस्थानों में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें एक लाख से अधिक ब्लड डोनेशन यूनिट का लक्ष्य रखा गया है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, युवा स्वयंसेवक और सामाजिक संगठन शामिल होंगे, जिन्होंने रक्तदान के इस महाअभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में पटौदी की विधायक बिमला चौधरी, सोशल सर्विस विंग की चैयरपर्सन राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी संतोष एवं ओम शांति रिट्रीट सेंटर की निदेशक ब्रह्मकुमारी आशा तथा सोशल सर्विस विंग के उप चैयरपर्सन ब्रहमकुमार प्रेम सिंह एवं सोशल सर्विस विंग के नेशनल कोऑर्डिनेटर बीके अवतार सहित ब्रह्मकुमारी संस्थान के अतिरिक्त महासचिव डॉ प्रताप मिड्ढा की गरिमामयी उपस्थिति रही।
केंद्रीय मंत्री ने शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि
रक्तदान न केवल मानव जीवन को बचाने का कार्य है, बल्कि यह एक प्रकार की राष्ट्र सेवा भी है। उन्होंने कहा कि रक्तदान को केवल एक दान के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि यह मानवता को समर्पित एक नया जीवनदान है। जब कोई व्यक्ति रक्तदान करता है, तो वह केवल रक्त नहीं दे रहा होता, बल्कि किसी के जीवन को बचाने और समाज में मानवता की ज्योति जलाने का महान कार्य कर रहा होता है। साथ ही, केंद्रीय मंत्री ने रक्तदान से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए कहा कि मानव शरीर हर तीन महीने में नया रक्त का निर्माण करता है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति आसानी से किसी जरूरतमंद की मदद कर सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि आज विज्ञान इतना विकसित हो गया है कि रक्तदान से पहले ही यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि आपका शरीर रक्तदान के लिए तैयार है या नहीं।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत सरकार ने ई-रक्तकोष तैयार किया है, जिसमें रक्त से संबंधित सभी जानकारियों का एक महत्वपूर्ण डेटाबेस तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जरूरत पड़ने पर रक्त को आसानी से और शीघ्रता से जरूरतमंदों तक पहुंचाया जा सके। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रक्तदान केवल एक दान नहीं, बल्कि जीवन बचाने का सर्वोच्च कार्य है। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि अधिक से अधिक लोग इस महाअभियान में सहभागी बनें और समाज सेवा के इस कार्य में योगदान दें। उन्होंने कहा कि आज समाज को ऐसे प्रयासों की आवश्यकता है, जिससे प्रत्येक व्यक्ति मानवता की सेवा में अपनी भूमिका निभा सके।
रक्तदान शिविर के शुभारंभ अवसर पर संबोधित करते हुए ब्रह्मकुमारी संतोष दीदी ने कहा कि “रक्तदान सबसे बड़ा जीवनदान है। किसी के जीवन की बुझती हुई ज्योति को पुनः प्रज्वलित करना ही मानव जीवन का सबसे पुनीत कार्य है।”
उन्होंने कहा कि यह निस्वार्थ भाव से किया गया ऐसा दान है, जिससे न केवल जरूरतमंद को नया जीवन मिलता है, बल्कि दाता को भी आत्मिक संतोष और जीवन की सच्ची सार्थकता का अनुभव होता है। उन्होंने अपील की कि दादी प्रकाशमणि की 18वीं पुण्यतिथि पर आयोजित इस सार्थक अभियान में अधिक से अधिक संख्या में लोग जुड़ें और नियमित रूप से रक्तदान करें।
इस अवसर पर बीके गिरीश, बीके प्रकाश, बीके पूनम, बीके विधात्री, बीके सरिता, बीके बीरेंद्र सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।